छात्रा के यौन शोषण के आरोपी BSP सांसद अतुल राय के एक वायरल खत पर सवाल उठ खड़े हुए हैं. बताया जा रहा है कि सांसद अतुल राय ने सीएम योगी आदित्यनाथ को खत लिखकर यह अनुरोध किया है कि बाहुबली विधायक मुख़्तार अंसारी को प्रयागराज के नैनी जेल में न रखा जाए, क्योंकि मुख़्तार से उन्हें जान का खतरा है. सांसद अतुल राय की यह चिट्ठी सोशल मीडिया में वायरल हो रही है. हालांकि नैनी सेंट्रल जेल अफसरों ने ऐसी कोई चिट्ठी को भेजे जाने से ही इंकार किया है. जेल अफसरों का कहना है कि सांसद अतुल राय ने उनके मार्फत सिर्फ 2 चिट्ठियां ही भेजी हैं. बता दें कि जो चिट्ठी वायरल हो रही है, उसमे किसी के साइन नहीं हैं.


जेल अफसरों का कहना है कि पहली चिट्ठी प्रयागराज की स्पेशल एमपी एमएलए कोर्ट के जज और दूसरी यूपी के जेल विभाग के डीजे को भेजी गई है. सांसद अतुल राय ने यह दोनों चिट्टियां नैनी जेल प्रशासन के जरिए भेजी हैं. जेल प्रशासन का दावा है कि सीएम समेत बाकी लोगों को चिट्ठियां भेजे जाने की कोई जानकारी उन्हें नहीं है.


अफसरों का यह भी कहना है कि सोशल मीडिया पर जो चिट्टियां वायरल हो रही हैं, वह बिना दस्तखत की हैं और उन पर स्पेशल कोर्ट के जज और डीजी जेल के नाम से कोई भी लेटर नहीं है. ऐसे में आशंका है कि सीएम योगी के नाम की फर्जी चिट्ठी जारी की गई है. जेल प्रशासन के इंकार के बाद चिट्ठियों को लेकर सवाल उठ रहे हैं.


बीएसपी के ही बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी से जान का खतरा बताते हुए सांसद अतुल राय ने एमपी एमएलए कोर्ट प्रयागराज के जज और डीजी जेल को जेल प्रशासन के मार्फत चिट्ठी भेजी है. इस चिट्ठी में अनुरोध किया गया है कि मुख्तार अंसारी को प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल मैं नहीं रखा जाए, क्योंकि इससे उनकी जान को खतरा हो सकता है. घोसी सीट से BSP सांसद अतुल राय भी इन दिनों नैनी सेंट्रल जेल में ही बंद हैं.