सपा नेता आजम खान ने मौजूदा चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला लिया है. उन्होंने रामपुर के मौजूदा चुनाव के बारे में सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव को फैसला लेने के लिए कहा है. उन्होंने इस सीट से अखिलेश यादव से चुनाव लड़ने की अपील की है.


आजम खान ने कहा, ''लोकसभा के चुनाव की प्रकिया चल रही है. पहले चरण में ही रामपुर का चुनाव है. सबकी निगाहे प्रत्याशी की घोषणा पर लगी हुई है. हम भी पिछले 40-50 वर्षों से चुनाव प्रकिया के भागीदार रहे है लेकिन हमारे सामने केवल चुनाव कभी नही रहा बल्कि हमेशा गरीबो, मजदूरों, युवाओं तथा विशेषकर आने वाली नस्लो का भवष्यि हमारी सियासत और जिन्दगी का मकसद / उदेश्य रहा है और पूरा जीवन इसी मकसद को हासिल करने में हमने लगाया है. आज उसी की सजा हमको मिल रही है.''


उन्होंने कहा, ''पार्टी के साथी और हमारा पूरा परिवार जेल की कोठरियों मे जिन्दगी के दिन काट रहा है. पिछले कुछ समय में रामपुर को बर्बाद करने में कोई कसर नही छोड़ी गयी. हजारो बेगुनाह लोगो पर झूठे मुकदमे लगाये गये और जेलो में डाला गया. पुलिस ने रामपुर को जी भरकर लूटा तथा महिलाओं को अपमानित करने का अपना शोक भी पूरा किया एवं रामपुर की आम जनता के साथ घोर अन्याय किया गया. पिछले दो उपचुनावों में जो कुछ हुआ उसे पूरी दुनिया अच्छी तरह जानती है. रामपुर की ऐसी विशेष परिस्थितियों के कारण लोकसभा के वर्तमान चुनाव में हमने राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय अखिलेश यादव जी से 7 रामपुर से चुनाव लडने का आग्रह किया था.''


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आजम ने कहा, ''हमारा विचार था कि इन हालात में माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जी का रामपुर से चुनाव लडना आवश्यक है. हम समझते है कि कन्नौज, आजमगढ़, बदायू, मेनपुरी, ऐटा, फिरोजाबाद महत्वपूर्ण सीटे है जिनका जीतना जरूरी है. इस सबके बाद रामपुर आता है रामपुर कौन जीतेगा?''


उन्होंने कहा, ''रामपुर के समाजवादी नेताओं, कार्यकर्ताओं को घोर अत्याचार करके कुचला गया फर्जी मुकदमें लगाये गये, जेल भेजा गया और अब भी यह अत्याचार जारी है. हमने सोचा था कि रामपुर के इस माहौल को बदलने तथा गरीब जनता, पीड़ित कार्यकर्ताओं पर हो रहे अत्याचार के माहोल में राष्ट्रीय अध्यक्ष जी का रामपुर आना जरूरी है. पिछले दो उपचुनाव में जो कुछ हुआ उसे कौन भूल सकता है. हम जीवन भर झोली फहलाकर, नवाबो और बाहुबलियों से लड़कर ही यहां तक पहुंचे है और आज जो कुछ हमारे साथ हो रहा है वो भी रामपुर के तमाम लोग और पूरी दुनिया देख रही है. रामपुर वालो को दिये गये जख्मों ओर घावों की जलन ओर तड़प कम करने के लिए ही हमने माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय अखिलेश यादव जी को रामपुर से चुनाव लड़ने के लिए आमन्त्रित किया था.''


सपा नेता ने कहा, ''हमने बहुत चुनाव लड़े, जीते भी ओर कभी हार भी देखी लेकिन होसला कभी नहीं हारा. परन्तु जब चुनाव, चुनाव ही न रहे तो कुछ सोचना ही पड़ता है. एक ही जिले और मण्डल में एक ही अधिकारी चुनाव आयोग के नियमों के विरूद्ध रह रहा है और उदेश्य केवल ओर केवल चुनाव हराना ही है तो परिस्थितियों को खूब समझा जा सकता है. ऐसे माहोल ओर हालात में हम वर्तमान चुनाव का बायकॉट (बहिष्कार) करते है. रामपुर के वर्तमान चुनाव के बारे में माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ही निर्णय लेंगे.''