Uttar Pradesh News: अयोध्या (Ayodhya) सिटी कोतवाली के साहबगंज चौकी पुलिस की कस्टडी में कफील की मौत का आरोप उसकी पत्नी ने लगाया तो बैकफुट पर आई अयोध्या पुलिस (Ayodhya Police) ने दो डाक्टरों के पैनल से उसका पोस्टमार्टम कराया. इसके बाद इसी आधार पर उसकी मौत पुलिस कस्टडी में नहीं बल्कि बीमारी से होने का बयान जारी कर दिया. वहीं उसकी पत्नी गुड़िया लगातार अपने बच्चों को लेकर दो पुलिसकर्मियों द्वारा कफील को पकड़ कर ले जाने और पुलिस द्वारा ही जिला अस्पताल में उसके लावारिस शव होने की बात कह रही है. 


अब इस मामले में समाजवादी पार्टी सरकार में मंत्री रहे तेज नारायण उर्फ पवन पांडेय ने सीधे-सीधे कस्टोडियल डेथ का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि अगर सब कुछ सामान्य था तो अयोध्या पुलिस ने डॉक्टरों का पैनल बनाकर पोस्टमार्टम क्यों कराया ..! लिहाजा अब मृतक कफील की पत्नी और बच्चों को भरण पोषण के लिए 50 लाख रुपए और दोषी पुलिसकर्मियों को सजा दी जाए.


मंगलवार की दोपहर लगभग 11 बजे अयोध्या सिटी कोतवाली के साहबागंज क्षेत्र के बछड़ा सुल्तानपुर का रहने वाला मोहम्मद कफील बोझा लादकर ठेले से जा रहा था. वह बेनीगंज रेलवे क्रासिंग के पास एक चाय की दुकान पर चाय पीने लगा. उसकी पत्नी गुड़िया की माने तो यहीं से साहबगंज चौकी के दो सिपाही उसे पकड़ कर अपने साथ ले गए. इसकी सूचना उसे मिली तो उसने पहले 112 नंबर पर फोन किया और उसके बाद चौकी और कोतवाली गई. 


गुड़िया का कहना है कि वहां उसके पति की जानकारी तो नहीं मिली, लेकिन उससे सादे कागज पर अंगूठा लगवा लिया गया और उसका फोन नंबर ले लिया गया. शाम 5:30 बजे उसको पुलिस थाने से फोन आया कि अस्पताल में शव लावारिस रखे हुए हैं, जाकर पहचान लो तुम्हारा पति तो नहीं है. गुड़िया अस्पताल पहुंची तो उसे उसके पति कफील का शव वहां मिला. अब गुड़िया न्याय की गुहार लगा रही हैं और कह रही है छोटे-छोटे बच्चों का भरण पोषण कैसे करे.


क्या कहा मृतक की पत्नी ने
मृतक की पत्नी गुड़िया ने बताया कि, हम घर में थे और वे गाड़ी चलाने गए थे. कोहरा पड़ रहा था तो बेनीगंज क्रॉसिंग के पास होटल पर गाड़ी रोककर चाय पीने लगे तभी दो पुलिस वाले आए और उनको बैठा कर लेकर चले गए. हमारे पति जिसके साथ थे उससे कहा कि हमारी पत्नी से जाकर बोल देना कि दो पुलिस वाले लिए जा रहे हैं, साहबगंज के हैं. इतना बोल कर चले गए. इसके बाद हमने तुरंत 112 डायल किया. हमनें पूरी कोतवाली छान डाला, लेकिन वे नहीं मिले. इसके बाद 112 वाले बोले कि थाने में जाकर रिपोर्ट दर्ज कराओ. हम वहां गए तो हमारी कोई सुनवाई नहीं हुई और सादे कागज पर अंगूठा लगवा लिया गया. उसपर पता नहीं क्या लिखा था क्योंकि हम पढ़े लिखे नहीं हैं. 


मृतक की पत्नी ने आगे बताया कि, इसके बाद फिर शाम को 5:30 बजे फोन आया कि आपके पति की लाश लावारिस में है आप जाकर देखिए. हम वहां जाकर देखे लावारिस में तो हमारे पति की लाश मिली. इसके बाद हमारे पास थाने से फोन गया. अब हमको न्याय चाहिए. अधिकारियों से कोई बात नहीं हुई क्योंकि अधिकारी हमको नहीं मिले. कोतवाल साहब मिले तो कहा कि आपकी एफआईआर दर्ज कर ली गई है. हमसे अंगूठा लगवा लिए, लेकिन उसपर पता नहीं क्या लिखा था. हम केवल न्याय चाहते हैं. हमारे आदमी अकेले कमाने वाले थे. अब हमारा परिवार कैसे चलेगा.


सपा नेता ने लगाया आरोप
वहीं इस मामले को लेकर समाजवादी पार्टी सरकार में मंत्री रहे अयोध्या के पूर्व विधायक तेज नारायण पांडे ने बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया है कि कफील की पत्नी से सादे कागज पर पहले अंगूठा लगवाया गया, फिर पुलिस ने शाम को उसके पति के शव के बारे में बताया, अगर दाल में कुछ काला नहीं था तो अयोध्या पुलिस ने पोस्टमार्टम क्यों कराया और वह भी पैनल से. क्या मृतक के घर वालों ने या किसी और ने पैनल से पोस्टमार्टम कराने की मांग की थी, फिर किसकी मांग पर अयोध्या पुलिस ने डॉक्टरों के पैनल से कफील का पोस्टमार्टम कराया. 


तेज नारायण पांडे ने आरोप लगाया कि, उत्तर प्रदेश की सरकार में पुलिस कस्टडी में मौत बढ़ी हैं. कफील की हत्या हुई है. समाजवादी पार्टी मांग करती है कि कफील के हत्यारों पर मुकदमा दर्ज किया जाए. पुलिस के जो लोग दोषी हैं उनपर कड़ी से कड़ी कार्यवाही कर जेल भेजा जाए. हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए और कफील की पत्नी गुड़िया के बच्चों के भरण पोषण के लिए 50 लाख रुपए दिए जाएं.


पुलिस ने बयान में क्या कहा
वहीं अयोध्या पुलिस ने सोशल मीडिया का संज्ञान लेते हुए पुलिस ग्रुप पर बयान जारी किया है कि एक व्यक्ति जिसकी पहचान बाद में कफील के नाम से हुई घर जाते समय रास्ते में सड़क पर गिर गया जिसे लोगों ने अस्पताल में दाखिल कराया, जहां उसकी मृत्यु हो गई. इस बारे में कोतवाली में सूचना मिलने के बाद उसका पंचनामा और पोस्टमार्टम कराया गया, जिसमें उसकी मौत का कारण क्रिटिकल लंग डिजीज टीवी पता चला है.


एसपी ने क्या बताया
एसपी सिटी मधुबन सिंह ने बताया, व्हाट्सएप्प ग्रुप में एक खबर चल रही है कि पुलिस कस्टडी में युवक की मौत हुई है. इस संबंध में अवगत कराना है कि कल थाना कोतवाली के अंतर्गत एक व्यक्ति जिसकी बाद में कफील नाम से पहचान हुई अपने घर जा रहा था. वह रास्ते में सड़क पर गिर गया, जिसे लोगों द्वारा अस्पताल में दाखिल कराया गया, जहां उसकी मृत्यु हो गई. इस संदर्भ में थाना कोतवाली नगर में सूचना प्राप्त होने पर पंचनामा और पोस्टमार्टम कराया गया. इसमें मृत्यु का कारण टीवी से संबंधित बीमारी बताई गई है. इस संबंध में पूरी कार्यवाही हुई है. मृतक का अंतिम संस्कार किया जा चुका है, इस संबंध में कोई ऐसी बात नहीं है.


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