Ramlala Pran Pratishtha: अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम काशी के रहने वाले लक्ष्मीकांत मथुरा नाथ दीक्षित के नेतृत्व संपन्न कराया जाएगा. जिसमें भारी संख्या में वैदिक विद्वान भी शामिल हों रहें हैं. इस प्राण प्रतिष्ठा में काशी के 125 वैदिक ब्राह्मण शामिल हो रहे हैं. इसी कड़ी में आज काशी के स्वामीनारायण मंदिर मछोदरी से 54 वैदिक विद्वानों का दल अयोध्या के लिए रवाना हुआ. बस के माध्यम से यह सभी यात्री आज ही अयोध्या पहुंचेंगे. इस दौरान उन्होंने जय श्री राम के जय घोष के साथ अपना उत्साह भी  व्यक्त किया.

 

वाराणसी के स्वामीनारायण मंदिर मछोदरी से 54 वैदिक विद्वानों का एक दल अयोध्या के लिए रवाना हुआ. इस दौरान सभी ने जय श्री राम जय घोष के साथ अपनी यात्रा की शुरुआत की. यह सभी लोग राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में 22 जनवरी को शामिल होंगे. इससे पहले भी कुछ विद्वानों का दल अयोध्या पहुंच चुका है और शेष बचे हुए वैदिक विद्वान अनुष्ठान व पूजा के लिए काशी से अयोध्या पहुंचने वाले हैं. 

 

काशी के नेतृत्व होगा प्राण प्रतिष्ठा 

काशी के रहने वाले मुख्य पुरोहित लक्ष्मीकांत मथुरा नाथ दीक्षित के नेतृत्व में यह बड़ा अनुष्ठान संपन्न कराया जाएगा. इसमें काशी से 125 वैदिक विद्वान शामिल हो रहे हैं. इस अनुष्ठान में अलग-अलग राज्यों से भी भारी संख्या में वेद और शास्त्रों के ज्ञाता शामिल हो रहे हैं लेकिन काशी से भारी संख्या में वैदिक विद्वान प्राण प्रतिष्ठा आयोजन में मुख्य भूमिका निभाएंगे.

 

काशी के विद्वान ने ही तय किया मुहूर्त

22 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा की तिथि निर्धारित है और 12:30 बजे की निर्धारित अवधि में ही रामलला अपने मुख्य स्थल पर विराजेंगे. इस मुहूर्त को भी काशी रामघाट के रहने वाले वेद के ज्ञाता गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने ही तय किया है. गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ भी अपने कुछ शिष्यों के साथ काशी से अयोध्या के लिए रवाना हो चुके हैं. वह भी अयोध्या में होने वाले राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा आयोजन में शामिल होंगे. आयोजन में शामिल होने वाले इन वैदिक विद्वानों में विशेष उत्साह देखा जा रहा है.