अयोध्या में एक बार फिर इतिहास रचने की तैयारी है. 19 अक्टूबर को 9 वां दीपोत्सव होने जा रहा है, इसे भव्य बनाने के लिए प्रशासनिक अमला पूरी तरह एक्शन मोड में आ चुका है. इसके लिए जिले के कमिश्नर, आईजी, जिलाधिकारी और एसपी समेत तमाम विभागों के वरिष्ठ अधिकारी खुद ग्राउंड ज़ीरो पर पहुंचे. राम की पैड़ी से लेकर सरयू घाट तक चल रही तैयारियों का बारीकी से निरीक्षण किया है.
अयोध्या मंडल के कमिश्नर राजेश कुमार ने बताया कि राम की पैड़ी पर चल रहे निर्माण कार्य, घाटों की पेंटिंग और लाइटिंग को अंतिम रूप देने के निर्देश दिए गए हैं. सरयू आरती स्थल पर समय से पहले सभी काम पूरे करने के आदेश भी दिए गए. पर्यटन विभाग ने घाटों पर कई नए स्ट्रक्चर बनाये है.
अंतिम चरण में पहुंची तैयारियां
उन्होंने बताया कि आतिशबाजी कहां से होगी, आरती कहां से दिखेगी और दर्शकों के लिए कहां विशेष दीर्घा बनेगी इन सभी बिंदुओं का निरीक्षण किया गया है. सभी कार्यदायी संस्थाओं को स्पष्ट निर्देश दिए जा चुके हैं. टेंट, आतिशबाजी, ड्रोन शो, एलईडी, साउंड एंड लाइट शो सभी का टेंडर पूरा हो चुका है. तैयारी अंतिम चरण में है.
इस बार जलेंगे 26,11,101 दीपक
इस बार दीपोत्सव के मौके पर 26 लाख 11 हजार 101 दीपक जलाए जाएंगे. साथ ही दीपोत्सव कार्यक्रम में 33 लाख से ज्यादा स्वयंसेवक हिस्सा लेंगे. हर स्थल चिन्हित कर दिया गया है. प्राचीन कुंडों को भी दीपों से सजाया जाएगा. सिर्फ दीप नहीं, भक्ति और परंपरा का भी संगम होगा. बता दें कि पिछले साल 25 लाख दीप जलाकर दो वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए गए थे. इस बार संख्या और आयोजन दोनों में और भी ज्यादा भव्यता होगी.
हेलीपैड पर होगा भरत मिलाप
दीपोत्सव के दिन सुबह से ही कई कार्यक्रम के आयोजन शुरू हो जाएंगे. 21 झांकियां साकेत महाविद्यालय से निकलकर रामकथा पार्क तक नगर भ्रमण करते हुए जाएंगी. हेलीपैड पर भव्य भरत मिलाप होगा. पुष्पक विमान से भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण उतरेंगे. भरत पुष्पक विमान से उतरते राम लक्ष्मण और माता सीता स्वागत करेंगे.
सुरक्षा को लेकर होंगे व्यापक इंतजाम
आईजी प्रवीण कुमार ने बताया कि दीपोत्सव के कार्यक्रम की तैयारी चल रही है. इस बार अब तक जो सूचना मिली है. बहुत सारी संख्या में लोगों का आगमन हो रहा है, उसको देखते हुए व्यापक तौर पर व्यवस्थाओं की तैयारी की जा रही हैं. साथ ही सुरक्षा को लेकर सभी प्रबंध सुरक्षित कर जा रहे हैं.
उन्होंने कहा हमने निरीक्षण किया है. कहां-कहां पर हमें सीसीटीवी कैमरे की जरूरत है, कहां-कहां पर आई तकनीक से लैस कैमरे की जरूरत है और कहां पर हमें ड्रोन और के माध्यम से निगरानी करनी है इसको लेकर निरीक्षण किया गया है.
प्रवीण कुमार ने कहा कि क्राउड मैनेजमेंट की दृष्टि से आवश्यक ट्रैफिक डायवर्जन, आवश्यक होल्डिंग एरियाज आईडेंटिफाई करके उसके रिहर्सल कराई जा रहे हैं. अभी समय कम बचा है, इसलिए युद्ध स्तर पर तैयारी शुरू किया गया है.