अयोध्या के भदरसा-भरतकुंड नगर पंचायत के महाराणा प्रताप वार्ड स्थित पगलाभारी गांव में गुरुवार शाम एक भीषण धमाका हुआ जिसने पूरे इलाके को दहला दिया. शाम करीब 7 बजे जोरदार विस्फोट के साथ एक मकान मलबे में तब्दील हो गया. हादसे में तीन बच्चों समेत पांच लोगों की मौत हो गई.
मरने वालों में रामकुमार गुप्त उर्फ पारसनाथ (पुत्र गुरु प्रसाद), ईशा (10 वर्ष), लव (7 वर्ष), यश (5 वर्ष) जिसमें तीनों पुत्र-पुत्री रामकुमार गुप्त की और राम सजीवन निवासी जीवपुर शामिल हैं.
घटना के बाद चारों तरफ अफरातफरी मच गई. ग्रामीणों ने बताया कि धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के कई घरों की दीवारें तक हिल गईं. मकान पूरी तरह ध्वस्त हो गया और चारों ओर सिर्फ मलबा और धुआं नजर आ रहा था.
सूचना मिलते ही एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर, एसपी सिटी चक्रपाणि त्रिपाठी और सीओ अयोध्या पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और राहत-बचाव कार्य शुरू कराया. मलबे में से सभी पांचों को निकालकर जिला अस्पताल भेजा गया, जहां चार को मृत घोषित किया गया और एक बच्चे ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.
पिछले साल भी हुआ था हादसा
सबसे दर्दनाक बात यह है कि इसी परिवार के साथ पिछले साल भी ऐसा ही हादसा हुआ था. तब रामकुमार के पुराने घर में धमाका हुआ था, जिसमें उनकी पत्नी, माँ और एक बच्चे की मौत हुई थी. उसके बाद उन्होंने नया मकान बनवाया लेकिन एक साल बाद फिर वही मंजर दोहराया गया.अब इस परिवार के सात सदस्य और गांव की एक लड़की की जान जा चुकी है.
पुलिस ने शुरुआती जांच में सिलिंडर ब्लास्ट की आशंका जताई है. जिसमें घटनास्थल से फटा हुआ कुकर और सिलिंडर बरामद हुआ है. लेकिन दो साल में दो समान हादसों ने पुलिस की जांच और सिस्टम की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
ग्रामीणों के मुताबिक, रामकुमार पहले पटाखों का कारोबार करते थे, और हादसे के बाद उसने दूसरा मकान बनवाया था और यहां भी संभवतः उसने अपना काम नहीं छोड़ा था . फिलहाल फॉरेंसिक टीम जांच में जुटी है, लेकिन गांव के लोग सदमे में हैं.
हालांकि पूरी घटना में बड़ी बात यह रही की रात के 7 के हादसे के बाद रात 11 बजे एक और धमाका होता है जब जेसीबी की टीम मौके पर पहुंच कर मलबा को हटाने का काम कर रही थी. इस दौरान भी एक व्यक्ति के घायल होने की खबर है.