Gorakhpur News: दीनदयाल उपाध्‍याय गोरखपुर विश्‍वविद्यालय में बतौर असिस्‍टेंट प्रोफेसर मानदेय पर सेवाएं देने का दावा करने वाले डॉ. सम्‍पूर्णानंद मल्‍ल शाइस्‍ता के पक्ष में धरने पर बैठ गए. तीन सूत्रीय मांगों को लेकर धरने पर बैठे असिस्‍टेंट  प्रोफेसर ने प्रयागराज में मारे जा चुके माफिया अतीक अहमद की पत्‍नी शाइस्ता के साथ नरमी बरतने की मांग को लेकर पुलिस और जांच एजेंसियों की रडार पर आ गए हैं.


उन्‍होंने शाइस्‍ता के साथ नरमी बरतने, कोर्ट में पेश करने और उसके साथ सम्‍यक व्‍यवहार करने की मांग को लेकर पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े कर दिए हैं. हालांकि धरना देने के समय ही पुलिस ने उन्‍हें वहां से हटा दिया है. लेकिन उसके बाद से उनका कहीं पता नहीं है.


गांधी प्रतिमा के समक्ष शनिवार को धरने पर बैठे


गोरखपुर विश्‍वविद्यालय में छह साल तक मानदेय पर बतौर असिस्‍टेंट प्रोफेसर सेवाएं देने वाले डा. संपूर्णानंद मल्‍ल गोरखपुर के कैंट थानाक्षेत्र के गांधी प्रतिमा के समक्ष शनिवार को धरने पर बैठ गए. उन्‍होंने बताया कि वे राष्‍ट्रपति और सुप्रीम कोर्ट को पत्र लिखने के बाद वे आज धरने पर बैठ रहे हैं. उनके धरने के बाद से ही पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों के हाथ-पांव फूलने लगे. इसके बाद उन्‍हें आनन-फानन में वहां से हटाया गया. डॉ. सम्‍पूर्णानन्‍द ने बताया कि उनकी मांग है कि अतीक अहमद के परिवार को बेवजह परेशान नहीं किया जाए. कानूनी तौर पर उसके साथ सम्‍यक व्‍यवहार किया जाए.


अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता को परेशान करने का आरोप 


डा. सम्‍पूर्णानंद के मुताबिक अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता को जिस तरह पुलिस परेशान कर रही हैं, वो सही नहीं है. वे सरकार और प्रशासन से मांग करते हैं कि शाइस्ता को इस तरह बेवजह परेशान न किया जाए. कानून के दायरे में रहकर कार्रवाई की जाए. यूपी और पूरे देश में अतीक अहमद और अशरफ की हत्‍या के बाद से कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं.


अतीक और अशरफ के पक्ष में पटना में अलविदा की नमाज के बाद नारेबाजी के बाद से माहौल गरमा गया है. शुक्रवार को जुमे के दिन अलविदा की नमाज के बाद हुई इस नारेबाजी की घटना अभी ठंडी भी नहीं हुई थी कि गोरखपुर में शनिवार को डॉ. सम्‍पूर्णानंद के धरने पर बैठने से माहौल गरमा गया है. बताया जा रहा है कि डॉ. सम्‍पूर्णानंद डीडीयू में मानदेय पर सेवाएं देते रहे हैं. किसी प्रकरण में उन्‍हें वहां से उन्‍हें हटा दिया गया. वे 6 साल तक डीडीयू में सेवाएं दे चुके हैं.


अतीक और लड़के असद की जानबूझ कर की गई हत्या बताया 


डा. सम्‍पूर्णानंद ने धरना के दौरान कहा कि अतीक अहमद और उसके लड़के असद की हत्या की गई है. अब शाइस्ता की तलाश में पुलिस लगी हुई है. ऐसे में उन्‍हें डर है कि शाइस्ता के पकड़े जाने के बाद पुलिस द्वारा उसके साथ भी कोई घटना  घटित की जा सकती है. वे मांग करते हैं कि शाइस्ता के साथ नरमी बरती जाए. क्योंकि जिसके बेटे पति और देवर की हत्या हो जाए, उसके ऊपर क्या बीतेगी. यह सिर्फ वो ही जान पाएगी. उनकी  मांग है कि शाइस्ता को बाइज्जत न्यायालय में पेश किया जाए. उसके साथ नरमी बरती जाए. उन्होंने असद के एनकाउंटर को हत्या बताते हुए कानून के दायरे में रहकर करवाई करने की बात कही है.


डर के माहौल के कारण शाइस्ता नहीं कर ही सरेंडर 


शाइस्ता के ऊपर कई गंभीर मुकदमे, इनाम घोषित होने और सरेंडर कर देने के सवाल पर उन्‍होंने कहा कि पुलिस द्वारा इतना डर का माहौल बना दिया गया है. कैसे कोई सरेंडर कर पाएगा. उन्होंने कहा कि असद का एनकाउंटर हुआ होता, तो दोनों तरफ से फायरिंग होती. लेकिन यह सोची समझी साजिश के तहत बच्चे की हत्या की गई है. एसटीएफ ने असद को एकतरफा गोली मारी है. पूरे प्रदेश में डर का माहौल बना दिया गया है. वे मांग करते हैं कि पुलिस कानून के दायरे में रहकर कार्रवाई करे.


शाइस्ता को बताया दहशत में फरार 


यूपी में इतना डरावना वातावरण बनाया जा चुका है कि बेटे, पति और देवर का मर्डर किया गया है. शाइस्ता दहशत के कारण फरार है और सरेंडर नहीं कर रही है. उसके पति को जब गोली मारी गई, तो वो हथकड़ी में पुलिस की कस्टडी में था. जब उसे कोर्ट द्वारा आजीवन कारावास की सजा हुई, तो गोली कैसे मार दी गई. क्योंकि तब वह पुलिस की कस्टडी में रहा है. शाइस्ता को सरेंडर करने के सवाल पर उन्होंने कहा क्यों सरेंडर कर दे. क्या पता कि पुलिस उसके साथ भी कोई घटना घटित कर दें.  


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