Atiq Ahmad Died: गैंगस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात पुलिसकर्मियों और मीडिया की मौजूदगी में हत्या कर दी. हमलावर मीडियाकर्मियों के भेष में आए, जिनमें से एक के पास आईडी और हाथ में माइक भी था. जैसा कि पत्रकारों ने अतीक अहमद से पुलिस हिरासत में पूछताछ के बारे में सवाल किया, उन्होंने कहा : मेन बात ये है कि गुड्डू मुस्लिम.. और बात पूरी होने से पहले ही सिर में गोली मार दी गई. इस हत्या पर यूपी के मंत्री सुरेश खन्ना ने भी अपनी प्रतीक्रिया दी है.


सुरेश खन्ना ने कहा, 'जब जुल्म की पराकाष्ठा होती है, तो ऐसा होता है. लगातार जुल्म बढ़ता है तो कुदरत भी सक्रिय हो जाती है. सरकार का फर्ज बनता है कि कानून व्यवस्था को सही रखना चाहिए.' इस हत्या के बाद से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है. पूरे यूपी में धारा 144 लगा दी गई है. जानकारी के मुताबिक, मौके पर मौजूद एक पत्रकार ने कहा, हमलावरों ने 'सरेंडर, सरेंडर' के नारे लगाए और अपने हथियार जमीन पर फेंक दिए. इस बीच, प्रयागराज और अन्य सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील जिलों में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है. प्रयागराज में पीएसी और आरएएफ की टीमों को तैनात कर दिया गया है और घटनास्थल से शवों को हटा दिया गया हैय


मीडियाकर्मी बनकर आए थे हमलावार


बता दें कि तीनों हमलावर मीडियाकर्मी बनकर आए थे और ताबड़तोड़ गोलियां चलाने लगे. पूरी घटना कैमरे में कैद हो गई है. वारदात रात के करीब 10 बजे की है जब पुलिस ने अतीक अहमद और अशरफ से लंबी पूछताछ की थी और इसके बाद दोनों को मेडिकल जांच के लिए लाया गया था. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि घटना के संबंध में तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. महज दो दिन पहले ही झांसी में पुलिस मुठभेड़ में अहमद का बेटा असद मारा गया था.


न्यायिक कमेटी बनाने का एलान


विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने एक बयान जारी कर कहा, ''उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने प्रयागराज की घटना का संज्ञान लिया है. उन्होंने तत्काल उच्‍च स्‍तरीय बैठक बुलाई और पूरे मामले की उच्‍च स्‍तरीय जांच के आदेश दिये हैं.'' बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग के गठन के भी निर्देश दिये हैं. अधिकारियों ने कहा कि घटना के बाद राज्य के सभी जिलों में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है.