Ashraf Ahmed Shot Dead News: गैंगस्टर अतीक अहमद और अशरफ हत्याकांड (Atiq Ahmad Killed) का मुख्य आरोपी अरुण मौर्या कासगंज जनपद के सोरों थाना क्षेत्र के बाघेला पुख्ता गांव का रहने वाला बताया जा रहा है. कासगंज पुलिस अरुण मौर्या के बारे में उसके परिजनों से पूछताछ कर नये तथ्य खंगाल रही है. गैंगस्टर अतीक और अशरफ के तीन हत्यारोपियों में से एक अरुण मौर्य कासगंज जनपद के थाना सोरों क्षेत्र के गंगा की कटरी के बघेला पुख्ता  गांव का रहने वाला है. इस गांव में वह अपने चाचा चाची के यहां रहता है. कभी कभी वो कासगंज के सोरों में भी रहता था. 


बताया जा रहा है कि अरुण मौर्या ने दिल्ली में एक मुस्लिम लड़की से शादी भी की है और ये दिल्ली में भी  रहता था. इसके पिता का नाम हीरा लाल मौर्या है और माता का नाम सविता है. इसके माता पिता की मौत लगभग 17 साल पहले हो चुकी है. डीआईजी रेंज अलीगढ़ सुरेश राव आनंद कुलकर्णी के अनुसार ये तो जानकारी है कि यह कासगंज के सोरों का रहने वाला है. अभी इसकी जानकारी और तफ्तीश की  जा रही है. 


आरोपी की चाची ने क्या बताया
अरुण मौर्य की चाची लक्ष्मी ने बताया कि अरुण मौर्या तीन भाई और दो बहन हैं. सबसे बड़ा भाई रविंद्र, उससे छोटा आकाश और सबसे छोटा अरुण मौर्या था. इनकी दो बहनें थीं जिनमें शिवानी की मौत हो चुकी है और नीलम की शादी हो चुकी है. अरुण मौर्या की चाची लक्ष्मी बताती हैं कि कभी कभी अरुण मौर्या यहां आता था. वह कासगंज के सोरों में कादरवाडी में भी रहता था और उसने मुफलिसी के दौर में सोरों में भीख भी मांगी है. 


अरुण मौर्या की चाची ने आगे बताया कि, उसके परिवार की  माली हालत ठीक नहीं थी. उसपर केवल एक बीघा जमीन है. वह बीच में दिल्ली चला गया था. अरुण मौर्या के पिता का नाम हीरा लाल और माता का नाम सविता था. उन्होंने बताया कि  उनको नहीं पता कि अरुण मौर्या ने अतीक और अशरफ की  हत्या की है. वे कहती हैं कि पुलिस आयी थी और उनसे पूछ रही थी कि अरुण ने अतीक और अशरफ की  हत्या की है, उसके बारे में वे जानकारी करने आये थे.


आरोपी कभी मांगता था भीख
अरुण मौर्या की चाची बताती हैं कि अरुण कुछ दिनों सोरों में भी रहा है और भीख मांग कर गुजारा करता था. बाघेला पुख्ता गांव के प्रधान विकास चौहान का कहना है कि अरुण मौर्या बहुत दिनों से गांव में नहीं आया है. उसके बारे में ये भी नहीं पता है कि उसने अतीक और अशरफ की हत्या कर दी है. वे कहते हैं कि इतना जरूर है कि इससे गांव की बदनामी हुई है.


गांव में है पुलिस का जमावड़ा
फिलहाल कासगंज जनपद के बाघेला पुख्ता गांव में पुलिस का जमावड़ा है, यहां भीड़ भाड़ है और मेला सा लगा हुआ है. पुलिस अरुण मौर्य के परिजनों से उसके मामले में जानकारी जुटा रही है. अरुण का आपराधिक रिकॉर्ड भी खंगाला जा रहा है. कुल मिलाकर अरुण मौर्य पर इलाहाबाद में गैंगस्टर अतीक अहमद और अशरफ अहमद की हत्या के आरोप में 302 का मुकदमा भी दर्ज हो चुका है. प्रयागराज की पुलिस भी कासगंज पुलिस से संपर्क करके अरुण मौर्य के बारे में जानकारी ले रही है.


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