उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अम्बेडकर नगर जिले (Ambedkar Nagar District) में राशन कार्ड निरस्तीकरण के मामले में अबतक 4,000 से अधिक अपात्र लोगों ने कार्यालय में आकर स्वेच्छा से समर्पण के लिए आवेदन किया है. शासन की चेतावनी पर कार्ड धारकों का सरेंडर करने का सिलसिला अब तेज हो गया है. जिले में नौकरी पेशा, पक्के मकान और अन्य संसाधनों का उपभोग करने वालों ने भी राशन कार्ड बनवाकर सरकारी योजनाओं का खूब लाभ लिया. 


निरस्त कराने की लगी होड़
ऐसे लोगों को शासन के निर्देश पर चेतावनी जारी हुई है कि वे अपना राशन कार्ड सरेंडर कर दें वरना सख्ती के साथ उनसे उपभोग की गई सामग्री की रिकवरी की जाएगी. इसके बाद से जिले में अब तक 4000 से अधिक आवेदन आ चुके हैं जो राशन कार्ड के पात्र नहीं हैं. बता दें कि 2.4 रुपये प्रति किलो की दर से गेहूं और 3.2 रुपये प्रति किलो की दर से चावल अपात्र राशन कार्ड धारकों द्वारा उठाये गए राशन की रिकवरी होने के भय से अपात्र राशन कार्ड धारकों में अपना आवेदन निरस्त कराने को लेकर होड़ लगी है. 


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कौन आते हैं अपात्र की श्रेणी में
शासन के निर्देशानुसार 7.5 एकड़ सिंचित जमीन, एक से अधिक शस्त्र लाइसेंस, ट्रैक्टर, कार या हार्वेस्टर, पांच केवीए से अधिक का जेनरेटर, 100 वर्ग मीटर से अधिक का प्लाट या मकान वाले व्यक्ति अपात्र की श्रेणी में आते हैं. अपात्र कार्ड धारकों ने एक सप्ताह के अंदर स्वेच्छा से राशन कार्ड निरस्त कराने का आवेदन जमा किया है.  यह संख्या और बढ़ती जा रही है.


जिलापूर्ति निरीक्षक ने क्या बताया
जिलापूर्ति निरीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि, राशन कार्ड का सत्यापन, समर्पण किया जाना अनवरत प्रक्रिया है. यह संज्ञान में आया है कि जनपद में अभी भी बहुत से अपात्र राशन कार्ड बनवा कर राशन कार्ड का उपयोग कर रहे हैं. ऐसे आपत्रों से राशन कार्ड स्वेच्छा से सरेंडर करने के लिए जगह जगह मुनादी करवाई जा रही है. ऐसे में देखा जा रहा है कि लगभग एक सप्ताह के अंदर 4000 से ऊपर लोग स्वेच्छा से आकर तहसील कार्यालय और जनपद कार्यालय में अपना राशन कार्ड समर्पण कर दिए हैं. अब ऐसे अपात्र लोगों को सूची से हटाया जा रहा है और उनकी जगह पात्र लोगों का राशनकार्ड बनाया जाएगा.


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