दुनिया में प्रसिद्ध है. लेकिन अब इसके साथ ही ये शहर देश की आज़ादी में कुर्बानी देने वाले नायकों के लिए भी जाना जाएगा. शहर में शहीद स्तम्भ का निर्माण किया जाएगा, जिस पर आज़ादी के आन्दोलन में भाग लेने वाले 24 स्वंत्रता सेनानियों के नाम अंकित किए जाएंगे. इसको लेकर बुधवार को स्थानीय संगठनों ने जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा. जिस पर उन्होंने इस पर जल्द निर्माण शुरू करने का श्वसन दिया.

Continues below advertisement

शहीद स्तंभ के लिए सामजसेवी उदित नारायण सिंह ने जिलाधिकारी को 24 फ्रीडम फाइटर्स की लिस्ट सौंपी है. इन सभी ने 1857 से लेकर 1942 के असहयोग आन्दोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. इसमें एक नाम अतरौली तहसील के बनारसी दास गुप्ता का भी है.

बनारसी दास गुप्ता ने बांटे थे क्रन्तिकारी पर्चे

क्विट इंडिया मूवमेंट के दौरान बनारसी दास गुप्ता ने 1942 में पर्चे बांटे और विरोध प्रदर्शन में हिसा हिस्सा लिया था. वे अंग्रेज पुलिस की गोलाबारी में शहीद हुए थे. उनके जन्मदिन पर क्लेक्त्र्ट में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गयी थी. जनपद की अलग-अलग तहसीलों से बड़ी संख्या में क्रन्तिकारी थे जिन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुए अंग्रेजों से लोहा लिया. 1857 में अतरौली में तहसील फाटक के सामने कई क्रांतिकारियों को फांसी दी गई. महात्मा गांधी के 1942 के आन्दोलन में यहां के युवाओं को झकझोर दिया था. इसमें कैलाश चन्द्र, विशम्भर दयाल गुप्ता, शिवकुमार, राजनारायण लोहिया जैसे क्रांतिकारियों ने अंग्रेजों से मोर्चा लिया था.

Continues below advertisement

शहीद स्तंभ से मिलेगी नई पहचान

शहर में शहीद स्तंभ बनने से अलीगढ़ को शहीदों की यादों से जोड़ेगा. जिलाधिकारी ने इस पहल का स्वागत किया और जल्द इसके निर्माण के लिए आश्वासन दिया. यहां बता दें कि अलीगढ़ में पहले से कई प्रेरणा स्थल मौजूद हैं. लेकिन यह नया शहीद स्तंभ 24 शहीदों को समर्पित होगा. जिसको लेकर स्थानीय लोगों में काफी उत्सुकता है. इसके बन जाने से नई पीढ़ी अपने पूर्वजों से परिचित भी हो सकेगी.