Lok Sabha Election 2024: समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव शनिवार की सुबह अपने सोशल मीडिया पर एक न्यूज पेपर का स्क्रीन शार्ट शेयर किया है. जिसमें सुप्रीम कोर्ट की एक टिप्पणी का उल्लेख किया गया है. अदालत के हवाले से कहा गया है कि जीएसटी के नाम पर लोगों को सताना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. 281 याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान कोर्ट ने केंद्र सरकार से ब्यौरा मांगा है. 


अखिलेश यादव ने अपने पोस्ट में लिखा, 'प्रिय व्यापारियों-कारोबारियों बंधुगण. भाजपा ने GST कर प्रणाली को इस तरह लागू किया है कि ये व्यापारी-कारोबारियों से टैक्स संग्रहण की जगह, भाजपाइयों के लिए पैसा उगाही और वसूली का जरिया बन गयी है. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भाजपा सरकार के तौर-तरीकों पर निंदात्मक टिप्पणी करते हुए, GST एक्ट के दुरुपयोग और उसे धमकी की तरह इस्तेमाल करने पर स्वयं न्यायालय द्वारा कठोर कदम उठाने की चेतावनी दी है.'


बाजार की कमर तोड़ रहा GST
सपा प्रमुख ने आगे लिखा- 'भाजपा के राज में व्यापारियों-कारोबारियों को टैक्स में चोरी करनेवालों की तरह आरोपित करना बेहद आपत्तिजनक बात है. हम इसकी घोर निंदा करते हैं. मंदी और ऑनलाइन के ज़माने में आजकल वैसे ही काम-कारोबार करना और दुकान चलाना आसान नहीं है, उस पर से GST का दबाव बाजार की कमर तोड़ दे रहा है. महंगाई की मारी, मंद गति से चलने वाली अर्थव्यवस्था के दौर में GST की भ्रष्ट कार्यप्रणाली, अवांछित हस्तक्षेप व जटिलताएं केवल आर्थिक हीं नहीं बल्कि मानसिक रूप से भी कारोबारियों को उत्पीड़ित कर रही हैं.'


उन्होंने कहा- 'साथ ही भाजपा के राज में उनके संगी-साथी व आनुषंगिक संगठन भी बात-बात पर चंदे की रसीद लेकर व्यापारियों, कारोबारियों, कारख़ानेवालों और दुकानदारों से वसूली करते रहते हैं. जो लोग दवा-टीके तक में कमीशन खा रहे हैं वो भला व्यापार-कारोबार को क्या छोड़ेंगे. अब भाजपा से त्रस्त व्यापारी, कारोबारी, कारखानेवाले, दुकानदार और फेरीवाले तक भाजपा सरकार के खिलाफ वोट डाल रहे हैं.'


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परिवार के भविष्य का भी सवाल- अखिलेश यादव
पूर्व सीएम ने कहा- 'लोकसभा चुनाव के पिछले दो चरणों में ये सब लोग व्यापार-कारोबार आसानी से करने के लिए इंडिया गठबंधन के सबसे मजबूत समर्थक बनकर उभरे हैं और आगामी सभी चरणों में भाजपा को हराने के लिए, भाजपा के खिलाफ वोट डालने और इंडिया गठबंधन को जिताने के लिए कमर कसकर तैयार बैठे हैं क्योंकि ये उनके व्यापार ही नहीं, उनके परिवार के भविष्य का भी सवाल है.'


अखिलेश यादव ने कहा- 'भाजपा याद रखे कि ये लोग सामान-सेवा का कारोबार करके और टैक्स देकर देश चलाते हैं, जबकि भाजपा देश बेचकर या जानलेवा दवा-टीके तक में चुनावी-चंदे के रूप में कमीशन खाकर देशवासियों की ज़िंदगी का सौदा करती है. फर्क साफ है.'