समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद करने का आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी सरकार की गलत नीतियों ने छात्रों, नौजवानों का भविष्य खराब कर दिया है. यादव ने कहा, ‘‘बीजेपी सरकार ने शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद कर दिया है. बीजेपी की गलत नीतियों ने छात्रों, नौजवानों का भविष्य खराब कर दिया है. शिक्षा के साथ ऐसा खिलवाड़ कभी नहीं हुआ जैसा बीजेपी सरकार में हो रहा है.’’

पार्टी मुख्‍यालय से जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार सपा प्रमुख ने कहा, ‘‘अब-जब मुख्यमंत्री जी विशेष जांच रिपोर्ट (एसआईआर) की तर्ज पर विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में ‘‘जांच रिपोर्ट फेंको’’ (टीआईआर) लाने का आदेश दे रहे हैं तो सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की भी जांच हो, जो संगी साथियों की पर्ची के लेनदेन से पदों पर बैठे हैं.’’ उन्‍होंने कहा, ‘‘विश्वविद्यालयों के वित्तीय अनियमितताओं और परीक्षा घोटालों की भी जांच हो. शिक्षकों की नियुक्तियों में आरक्षण घपले की जांच हो. विश्वविद्यालयों में इस मामले की भी जांच हो कि किस तरह से नॉट फाउंड सूटेबल (एनएफएस) यानी ‘उपर्युक्‍त नहीं पाया गया’ को ‘पीडीए’ (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) के खिलाफ हथियार की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है.’’

छात्रवृत्ति योजनाओं में हुए घपलों की जांच हो- अखिलेश यादव

उन्‍होंने विश्वविद्यालयों की मान्यता और प्रवेश प्रक्रिया की गड़बड़ी की भी जांच की मांग करते हुए कहा कि छात्रवृत्ति योजनाओं में हुए घपलों की जांच हो. इसके साथ ही फर्जी डिग्री विवाद और निजी विश्वविद्यालयों में लगे सत्ताधीशों के काले धन की जांच हो. यादव ने कहा कि अच्छा हो कि जांच की निष्पक्षता, विश्वसनीयता और पारदर्शिता का आदर्श प्रस्तुत करने के लिए जांच वहां से शुरू हो, जहां के कर्ता-धर्ता स्वयं माननीय मुख्यमंत्री जी हैं. यादव ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था में तभी सुधार होगा जब बीजेपी सरकार सत्ता से बाहर जाएगी. तभी नौजवानों का भविष्य बेहतर बनेगा. बीजेपी सरकार के एजेंडे में शिक्षा, नौकरी और रोजगार नहीं है.

सरकार के एजेंडे में शिक्षा होती तो स्कूलों को बंद नहीं करती- अखिलेश यादव

उन्‍होंने दावा किया कि अगर इस सरकार के एजेंडे में शिक्षा होती तो वह 27 हजार प्राथमिक स्कूलों को बंद नहीं करती. यह सरकार गरीबों के बच्चों को शिक्षा से दूर रखना चाहती है. बीजेपी सरकार नौजवानों, छात्रों से झूठे वादे करके गुमराह कर रही है. सपा प्रमुख ने कहा कि नौजवान बीजेपी की असलियत समझ चुका है. 2027 के विधानसभा चुनाव में युवा शक्ति बीजेपी को सत्ता से हटाकर अपने साथ हुए अन्याय, अत्याचार और अपमान का हिसाब लेगा.