UP News: आदिपुरुष फिल्म का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. विरोध में अब मुस्लिम समाज भी सड़कों पर उतर आया है. सोमवार को भारतीय किसान यूनियन से जुड़े मुस्लिम नेताओं ने लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली पहुंचकर तहरीर दी. बीकेयू के महानगर अध्यक्ष फहीम सिद्दीकी ने कहा कि पिक्चर ने सनातन धर्म के लोगों को अपमानित करने का काम किया है. आज से 35 साल पहले रामानंद सागर की रामायण को बचपन में हम लोग भी देखा करते थे. रामानंद सागर की रामायण से सनातन धर्म और इस्लाम धर्म के लोगों को सीख मिली. फहीम सिद्दीकी ने कहा कि फिल्म से सनातन धर्म के लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं. फिल्म में इस्तेमाल किए गए डॉयलाग्स आपत्तिजनक हैं.


नहीं थम रहा है आदिपुरुष फिल्म का विवाद 


सरकार से मांग है कि वक्त रहते फिल्म पर बैन लगाया जाए और मुकदमा दर्ज कर दोषियों को जेल भेजा जाए. उन्होंने चेतावनी दी कि भारतीय किसान यूनियन के लोग पूरे देश प्रदेश में फिल्म को चलने नहीं देंगे. हिंदुस्तान में कुरान, रामायण, बाइबल को मानने वाले लोग हैं. फिल्म जगत से जुड़े लोग जेब भरने के लिए अपमानित करने का काम करते हैं. भारतीय किसान यूनियन के हरनाम सिंह ने कहा कि मुकदमा लिखाने 36 बिरादरी के लोग आए हैं. मुकदमा का एलान नहीं किया गया था.




BKU से जुड़े मुस्लिम नेताओं ने किया विरोध


एलान होने पर हजरतगंज में भीड़ इकट्ठा हो जाएगी. लेकिन भीड़ लगाना हमारा उद्देश्य नहीं है. सनातन धर्म की भावनाओं को ठेस पहुंचाया गया है. डॉयलाग्स के खिलाफ आपत्ति जताते हुए थाने में तहरीर दी गई है. कार्रवाई नहीं होने पर बड़ा आंदोलन पूरे प्रदेश देश में होगा. उन्होंने कहा कि मनोज मुंतशिर गलत विचारधारा का शख्स है. फिल्म में पहने गए कपड़ों पर भी आपत्ति है. सुबह उठने पर धरती, भगवान राम, माता सीता को हम याद करते हैं. अब और कुछ नहीं बचा है. गीता, रामायण, कुरान पर ही फिल्म बनाई जाएगी. भविष्य में किसी को भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने की इजाजत नहीं दी जाएगी. 




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