फिरोजाबाद. ट्रामा सेंटर में अचानक लाइट जाने से ऑक्सीजन कंटेनर बंद हो गया. ऑक्सीजन ना मिलने से यहां भर्ती एक महिला की मौत हो गई. परिवारवालों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. 


बता दें कि ट्रामा सेंटर में 50-60 मरीज ऑक्सीजन बेड पर भर्ती हैं. गुरुवार को यहां करीब एक घंटे के लिए लाइट चली गई. मरीज लाइट ना होने के चलते यूं ही ऑक्सीजन के बिना तड़पते रहे. बिजली ना रहने से ऑक्सीजन कंटेनर बंद हो गए. ऑक्सीजन की सप्लाई ना होने से एक महिला की मौत हो गई.


महिला एटा के जलेसर की रहने वाली थी. मृतका के बेटे विनोद का आरोप है कि वह डॉक्टर के पास गया तो डॉक्टर सिगरेट पीने में व्यस्त थे. उनके हाथ भी जोड़े तब भी कोई सुनवाई नहीं हुई. उन्होंने बताया कि वो मां के इलाज के लिए एटा से आए हैं. 


वहीं,जब इसकी खबर जिला अस्पताल के सीएमएस आलोक शर्मा को लगी तो उन्होंने फौरन जेनरेटर को चालू कराया, लेकिन तब तक एक महिला की सांसें थम चुकी थी. अब सवाल उठ रहा है कि जब ट्रामा सेंटर में जेनरेटर की व्यवस्था है, तो फिर बिजली जाने के बावजूद जेनरेटर क्यों नहीं चलाया गया. फिलहाल इसमें कोई भी मेडिकल अफसर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं.


ये भी पढ़ें:


उत्तराखंड: देहरादून समेत इन जिलों में 10 मई तक लगा कर्फ्यू, दोपहर 12 बजे तक खुलेंगी दूध-सब्जी की दुकानें


लखनऊ में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले, फिर भी कोविड नियमों की धज्जियां उड़ा रहे लोग, देखें तस्वीरें