Kedarnath Yatra 2023: अब केदारघाटी से संचालित होने वाली सेवाओं में भी तीर्थ यात्रियों को स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिलेगा. स्वास्थ्य की पहले जांच होने पर तीर्थयात्री आराम से बाबा केदार के दर्शन कर सकेंगे. स्वास्थ्य विभाग और हंस फाउंडेशन ने गुप्तकाशी से सोनप्रयाग तक 11 स्थानों पर कियोस्क सेंटर स्थापित करने का फैसला किया है. ज्यादा से ज्यादा तीर्थ यात्रियों की हेल्थ स्क्रीनिंग के लिए सोनप्रयाग सहित अन्य दो स्थानों पर भी कियोस्क सेंटर लगाए जाएंगे. कियोस्क सेंटर पर तीर्थ यात्रियों का ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर, ऑक्सीजन लेवल, दिल की धड़कन, पल्स रेट की जांच कर रिपोर्ट तैयार की जाएगी. साथ ही प्रत्येक तीर्थ यात्री का रिपोर्ट कार्ड तैयार कर डेटा बैंक भी बनाया जाएगा.


बाबा केदार के दर्शन से पहले हेल्थ स्क्रीनिंग


बता दें कि समुद्र तल से 11750 फीट की ऊंचाई पर केदारनाथ क्षेत्र विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाला इलाका है. धाम पहुंचने के लिए पैदल मार्ग से 16 किमी की चढ़ाई चढ़नी होती है. इस दौरान तीर्थ यात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. खास तौर पर पैदल तीर्थ यात्रियों की धाम पहुंचने पर सांस फूलने लगती है और हार्ट के मरीजों की तबियत बिगड़ जाती है. हेलीकॉप्टर से पहुंचने वाले तीर्थ यात्रियों की तबियत भी अचानक खराब हो जाती है. अचानक बदलते मौसम में जाने के कारण तीर्थ यात्रियों की मुसीबत बढ़ जाती है.


11 कियोस्क सेंटर स्थापित करने का फैसला


ऐसे में हेलीपैड पर तीर्थ यात्रियों की हेल्थ स्क्रीनिंग होगी. रुद्रप्रयाग डीएम मयूर दीक्षित ने बताया कि केदारनाथ यात्रा पड़ाव के सोनप्रयाग और गौरीकुंड में तीर्थ यात्रियों की पहले से स्वास्थ्य जांच की जा रही है, जबकि अब केदारघाटी स्थित हेलीपैड में भी श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य जांच करने का फैसला लिया गया है. स्वास्थ्य जांच के बाद तीर्थ यात्रियों को केदारनाथ भेजा जाएगा. स्वास्थ्य विभाग और हंस फाउंडेशन के सहयोग से 11 कियोस्क सेंटर स्थापित किए जाएंगे. केदारघाटी से हेलीकॉप्टर के जरिये 7 मिनट में केदारनाथ पहुंचा जाता है. केदारघाटी से नौ हेली कंपनियां उड़ाने भर रही हैं. 


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