देशभर में सुहागन महिलाएं अपने सुहाग की रक्षा के लिए करवा चौथ का व्रत करती हैं. यह व्रत निर्जला व्रत के रूप में किया जाता है. इस व्रत में बिना पानी के जब तक रात का चंद्रमा न दिखाई दे, तब तक व्रत नहीं खोला जाता. सुहागन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं. इस करवा चौथ के व्रत के दौरान महिलाएं सोलह सिंगार कर सजती-संवरती हैं. देश की सरहदों की रक्षा कर रहे सैनिकों की पत्नियां भी अपने पति की लंबी उम्र के लिए करवा चौथ के व्रत की तैयारी में जुट चुकी हैं. आज ये महिलाएं मेहंदी लगवाएंगी.
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भी सरहद पर तैनाती जारी
हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर के बाद सरहदों पर तनाव बरकरार है. देश की सुरक्षा में दिन हो या रात, हमारे जवान हमेशा मुस्तैद हैं. इसी बीच सैनिकों की पत्नियां अपने पतियों की सुरक्षा और दीर्घायु के लिए पूरे समर्पण के साथ व्रत रख रही हैं.
सैनिकों की पत्नियां, व्रत और उत्साह
एबीपी न्यूज़ करवा चौथ के इस खास दिन की तैयारी कर रही सरहदों की रक्षा कर रहे सैनिकों की पत्नियों की कहानी लेकर पहुंचा है. आज करवा चौथ से पहले मेहंदी की रस्म अदा की जाएगी. इसे लेकर सुहागन महिलाओं में काफी उत्साह है.
मिले ऐसी ही कुछ महिलाओं से ये महिलाएं करवा चौथ के व्रत की तैयारियों में जुटी हैं. कुछ महिलाओं का यह पहला करवा चौथ है, तो कुछ का दूसरा. इनमें कुछ महिलाओं का यह पहला करवाचौथ है, तो कुछ का दूसरा या तीसरा. लेकिन भावना सबकी एक ही है. पति की दीर्घायु और सकुशल देश वापसी की प्रार्थना. इनके चेहरे पर अपने पतियों के लिए गर्व और आस्था दोनों की झलक दिखती है.
जहां ड्यूटी सरहद पर, वहीं करवा चौथ दिलों में
यह वही महिलाएं हैं जिनके पति सरहद की रखवाली करने के लिए तैनात हैं. सेना के जवान लगातार आतंकवाद हो या पड़ोसी मुल्क की सीजफायर उल्लंघन की फायरिंग, हर खतरे से देश की रक्षा में डटे हुए हैं.
ऐसे में ये महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रख रही हैं. आज उनके पति भले ही उनके साथ नहीं हैं, लेकिन सभी महिलाएं एक साथ मिलकर व्रत करेंगी, करवाचौथ की कथा सुनेंगी और जब रात को चांद दिखाई देगा, तब अपने पतियों की तस्वीर देखकर व्रत खोलेंगी.
सरहद की महिलाएं, सज-धज कर व्रत
इनके पति देश की सीमाओं पर तैनात हैं — कोई लद्दाख की ठंडी वादियों में है तो कोई राजस्थान की तपती रेगिस्तानी सीमा पर. जहां उनके पति देश की रक्षा का दायित्व निभा रहे हैं, वहीं ये महिलाएं अपने सोलह श्रृंगार में सजी, करवा चौथ का व्रत रखकर अपने सुहाग की रक्षा के लिए संकल्पबद्ध हैं.