Udaipur News: राजस्थान में एक ऐसा टोल प्लाजा (Toll Plaza) है जो महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देता दिखाई देता है, क्योंकि यहां टोल की हर प्रकार की जिम्मेदारी महिलाओं को दी हुई है. टिकट काटने, सुरक्षा करने से लेकर हर तरह के काम की जिम्मेदारी महिला के कंधे पर है. यहां 14 महिलाएं तैनात हैं. राजस्थान का यह अपने आप में पहला टोल प्लाजा है जिसमें सभी महिलाएंं तैनात हैं.
यह टोल प्लाजा उदयपुर (Udaipur) से करीब 70 किलोमीटर दूर है जिसका नाम भीलवाड़ा-राजसमन्द टोल प्लाजा प्राइवेट लिमिटेड (रूपा खेड़ा टोला प्लाजा) है जो इंड इंफ्रा विथ ट्रस्ट कंपनी की तरफ से संचालित है. कंपनी अधिकारियों से बात की तो उन्होंने बताया कि अब टेक्नोलॉजी आ गई है जिससे टोल पर काम आसान हो गया है और लोग भी जागरूक हो गए हैं. अब तक सभी टोल पर पुरु। ही दिखाई देते रहे हैं. कंपनी ने सोचा कि क्यों ना महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देते हुए इस टोल पर युवतियों को नियुक्त किया जाए.
कंपनी ने ऐसे किया महिलाओं का चयन
कंपनी ने टोल के आसपास गांव और शहर के लोगों से बात की और उन्हें ऑफर दिया. इसके बाद कई लोग अपनी बच्चियों को यहां जॉब कराने के लिए राजी हुए. फिर जिन भी युवतियों के आवेदन आए उनका कंपनी पॉलिसी के तहत इंटरव्यू लिया और पास होने पर ट्रेनिंग दी गई. इसके बाद 14 युवतियों को पोस्टिंग दी गई. अब कंपनी की तरफ से उदयपुर के आसपास ही गोमती, राजसमन्द, भीलवाड़ा, उदयपुर टोल पर भी युवतियों को तैनात किए जाने की प्रक्रिया शुरू होगी.
सुबह 8 से शाम 4 की शिफ्ट के करती है काम
कंपनी के अधिकारी ने बताया कि युवतियों की शिफ्ट सुबह 8 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक रखी हुई है. इसमें एक शिफ्ट इंचार्ज, सुपरवाइजर, ऑफिस असिस्टेंट, कैशियर सुपरवाइजर और टोल कलेक्टर के पद पर नियुक्त हैं. सभी महिलाएं ग्रैजुएट हैं. इस टोल से रोजाना 5-7 हजार वाहन गुजरते हैं.