Udaipur News: उदयपुर में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है. एक परिवार ने निशानेबाजी में नाम कमाया है. पिता के नक्शेकदम पर बेटा और बेटी चल पड़े हैं. 19 वर्षीय बेटा प्रद्युम्न सिंह इंडियन शूटिंग टीम में है और 13 वर्षीय बेटी खुशहाली सिंह का भारतीय शूटिंग टीम के लिए ट्रॉयल होनेवाला है. पिता महेंद्र सिंह ने बीएसएफ में रहते हुए भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया और राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 200 से ज्यादा मेडल जीते. हर साल खिलाड़ियों के लिए होने वाले ट्रायल में तीनों एक साथ नजर आएंगे. बाप-बेटा सीनियर श्रेणी में और बेटी जूनियर श्रेणी में ट्रॉयल देगी.


निशानेबाजी में परिवार ने कमाया नाम


महेंद्र सिंह बीएसएफ में 20 साल की नौकरी के बाद रिटायर हुए हूं. बीएसएफ में राइफल रिपेयर पद पर रहने के दौरान उन्होंने निशाना लगाना शुरू कर दिया था. पूरी सर्विस के दौरान भारतीय शूटिंग टीम में रहा. 2007 के नेशनल गेम्स की शूटिंग प्रतियोगिता में मेडल पर कब्जा जमाया. 2009 में इंडिया टीम की तरफ से जर्मनी खेलने गया. जर्मनी में दो गोल्ड प्राप्त हुए. 2009 में साउथ एशिया चैंपियनशिप ढाका में खेला. 2010 कॉमनवेल्थ में 2 गोल्ड और एक सिल्वर, 2011 में यूएस में वर्ल्ड कप, 2012 में स्पेन, 2014 में एशिया कप ईरान में सिल्वर और ब्रॉन्ज, 2015 एशियन गेम कुएत में सिल्वर और ब्रॉन्ज, 2016 में साउथ एशिया असम में गोल्ड और ब्रॉन्ज, 2019 वर्ल्ड पुलिस गेम चीन में सिल्वर, ऑल इंडिया पुलिस में 7 साल चैंपियन रहे. इस दौरान 48 गोल्ड और 2 सिल्वर प्राप्त किये.


पिता के नक्शेकदम पर बेटा और बेटी


अब तक 200 से ज्यादा मेडल मिल चुके हैं. महेंद्र सिंह ने आगे बताया कि अभी राज्य सरकार ने वन विभाग में रेंजर प्रथम रैंक पर नियुक्ति दी. मेरे खेल को देखकर बच्चे भी मोटिवेट हुए और उन्होंने शूटिंग को बतौर करियर अपनाया. बेटे ने प्रतियोगिता में हिस्सा लेने की शुरुआत 2015 में की थी. 2017 में नेशनल चैंपियन का मिला खिताब दो साल तक बरकरार रहा. 2018 में गोल्ड और 2019 में नेशनल में सिल्वर प्राप्त किया. ऑल इंडियन आर्मी डीजी कप में गोल्ड और ब्रॉन्ज प्राप्त किया. इसके बाद आर्मी में नायाब सूबेदार पद पर नियुक्त हुआ. वर्ष 2022 में वर्ल्ड कप इजिप्ट में बेटा खेला  था. बेटी स्टेट खेली और 12 साल की उम्र में नेशनल में सिल्वर प्राप्त किया. अभी उसका नेशनल जूनियर में ट्रायल है. 


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