Rajasthan Elections 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव में कुछ ही दिन रह गए हैं. ऐसे में भाजपा और कांग्रेस पार्टी की तरफ से लगातार दौरे किए जा रहे हैं. दोनों ही पार्टी में कहीं ना कहीं अंदरूनी कल सामने आ रही है. चाहे शीर्ष में हो या स्थानीय स्तर पर, लेकिन कांग्रेस में मेवाड़ में खुलकर विरोध सामने आ रहा है. यहां तक की यह विरोध सड़कों तक पहुंच गया है.


शहर भर में सड़क किनारे लाल रंग के बैनर लगे हुए हैं, जिसमें बाहरी प्रत्याशियों का खुलकर विरोध किया जा रहा है. बड़ी बात तो यह है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आज शाम को दौरा है. ऐसे में देखना यह होगा की सीएम के सामने यह विरोध कितना हद तक जा सकता है. आइए जानते है क्या है बैनर और क्या कहते हैं कांग्रेस अध्यक्ष.


बाहरी प्रत्याशी का पहले भी हुआ विरोध, आपस में धक्का मुक्की तक पहुंची बात

 

दरअसल उदयपुर में कांग्रेस पार्टी ने प्रत्याशियों से विधानसभा चुनाव की लेकर प्रत्येक सीट से आवेदन लिए थे. उदयपुर शहर सीट पर आवेदन आने के बाद से कांग्रेस में घमासान मचा हुआ है. उदयपुर में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्त गौरव वल्लभ ने आवेदन किया था. इनके अलावा जगदीश राज श्रीमाली और दिनेश खोड़निया भी थे. इसके बाद से स्थानीय कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों का खुलकर विरोध विरोध सामने आया. यहां तक कि एक बैठक के दौरान कांग्रेस पार्टी में दो गुट आपस में भिड़ भी गए थे. इसके बाद से यह विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. 

 

दरअसल उदयपुर शहर में सड़क किनारे लाला रंग के कई बैनर लगे हुए हैं. इसमें लिखा हुआ है " सुनलो अब आवाज हमारी, नहीं चलेगा प्रत्याशी बाहरी" फिर नीचे लिखा है अपना उदयपुर, अपना उम्मीदवार मेवाड़ी भाषा में लिखा है. साथ ही बैनर पर कांग्रेस का लोगों भी लगा हुआ है. उसके नीचे तीन व्यक्तियों के नाम भी लिखे है लेकिन वह कौन है ना तो सामने आया और ना ही पता चल पाया. बड़ी बात यह कि कांग्रेस पार्टी को उसकी जानकारी है लेकिन किसी प्रकार की ना तो कोई बात की जा रही है और ना जानकारी ली जा रही. इसका उदाहरण है कांग्रेस जिलाध्यक्ष का बयान.

एबीपी ने इस बारे में कांग्रेस जिलाध्यक्ष फतह सिंह राठौड़ से बात की तो उन्होंने कहा कि हां ऐसे बैनर लगे हुए हैं और उसमें तीन नाम भी है. लेकिन किसने लगाई जानकारी नहीं. हालाकि फतह सिंह राठौड़ भी पहले अपने बयान में स्थानीय प्रत्याशी का पक्ष ले चुके है.