कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, पूर्व मंत्री व पूर्व राज्यसभा सांसद अश्क अली टांक ने 5 अक्टूबर देर शाम 67 की आयु में अंतिम सांस ली. टांक का जयपुर के निजी अस्पताल में पिछले कुछ समय से इलाज चल रहा था और इलाज के दौरान उनका निधन हो गया. 

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अब उनके पार्थिव देह को उनके पैतृक आवास पर लाया गया है, जिसके बाद आज सुबह (6 अक्टूबर) 11:00 बजे विद्याधर नगर कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा. टांक के निधन के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने शोक जताया है.

अशोक गहलोत ने जताया दुख

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शोक जताते हुए कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, पूर्व मंत्री एवं पूर्व राज्यसभा सांसद अश्क अली टांक के निधन का समाचार बहुत दुखद है. उन्होंने अपनी लम्बी राजनीतिक यात्रा में कई मुकाम हासिल किए. टांक NSUI व यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष एवं अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन भी रहे थे. वो युवाओं में काफी लोकप्रिय थे.

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गहलोत ने कहा, 'अपने कार्यकाल में उन्होंने प्रदेशभर में बहुत दौरे किए, जिससे संगठन को मजबूती मिली. इस तरह के दौरे बहुत कम लोग कर पाते हैं. पार्टी ने जब भी उन्हें जो जिम्मेदारी दी, उसका उन्होंने अच्छी तरह निर्वहन किया. उनका जाना मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है.

स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के बावजूद अश्क अली टांक पार्टी के सभी कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से उपस्थित रहते थे. मैं प्रार्थना करता हूं कि अल्लाह जन्नत में उन्हें अल्लाह  मुकाम अता करे एवं परिजनों को इस दुख को सहने की हिम्मत दें.'

गोविंद सिंह डोटासरा ने भी शोक व्यक्त किया

पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने भी टांक के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि टांक ने अपना पूरा जीवन कांग्रेस पार्टी को समर्पित किया. युवावस्था से ही वह कांग्रेस के लिए काम कर रहे थे. बीमारी के दौरान भी वे पार्टी के कार्यक्रमों में हिस्सा लेते थे. टांक का जाना पार्टी ही नहीं बल्कि उनके लिए भी व्यक्तिगत क्षति है.