समाजवादी पार्टी के नेता और यूपी के कानपुर के सीसामऊ के पूर्व विधायक इरफान सोलंकी जेल से छूटकर रविवार (05 अक्टूबर) को परिवार समेत अजमेर दरगाह पहुंचे. उन्होंने ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर शुकराने यानी आभार जताने की चादर चढ़ाई. इसके साथ ही सपा नेता ने सूफी संत हजरत ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर अक़ीदत की चादर और फूल पेश किए.

Continues below advertisement

इस खास मौके पर इरफान सोलंकी ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के लिए हिंदुस्तान का वजीरे आजम बनने की दुआ की. इसी तरह उन्होंने अपने नेता अखिलेश यादव के लिए अगला सीएम बनने की भी मन्नत मांगी. इरफान सोलंकी और उनके परिवार को दरगाह में ज़ियारत खादिम सैय्यद ज़हूर बाबा ने कराई और दस्तारबंदी कर दरबार का तबर्रुक पेश किया. 

अजमेर से दिली और रूहानी रिश्ता- इरफान सोलंकी

दरगाह हाजिरी के बाद इरफान सोलंकी ने मीडिया को बताया, ''वो ख्वाजा गरीब नवाज से बेहद अक़ीदत रखते हैं और अजमेर से उनका दिली और रूहानी रिश्ता है. ऐसे में उन्हें कानपुर और सीसामऊ की जनता का भरपूर प्यार मिला है. सीसामऊ विधानसभा सीट सोलंकी ख़ानदान के पास रही है. लाख चाहे कोई कितना उनका बुरा कर ले, लेकिन उनके विधानसभा क्षेत्र में आवाम से हमेशा मोहब्बत मिलती रहती है.'' 

Continues below advertisement

मोहन भागवत के बयान पर क्या बोले इरफान सोलंकी

आरएसएस चीफ मोहन भागवत के बयान पर भी उन्होंने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, ''उन्हें लगता है कि पुलिसिया कार्रवाई में कहीं ना कहीं कमी है. इसलिए तमाम बीजेपी रियासतों के वज़ीरे आला को चाहिए कि वो पुलिस को समझाए कि वह अपनी कार्यप्रणाली को दुरुस्त करें. मोहन भागवत ने कहा था, ''किसी खास समाज को उकसाने का लिए ताकत का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, शासन प्रशासन को पक्षपात नहीं करनी चाहिए.'' 

इरफान सोलंकी ने मुल्क में अमन के लिए की दुआ 

इसके साथ ही इरफान सोलंकी ने मुल्क के मौजूदा हालातों के मद्देनजर अमन की दुआ मांगी. सोलंकी की दरगाह ज़ियारत के वक्त उनके चाहने वालों का एक बड़ा हुजूम भी देखा गया. उनके साथ विधायक पत्नी नसीम सोलंकी समेत परिवार के अन्य सदस्य भी मौजूद थे.