राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) की ओर से स्कूल लेक्चरर भर्ती परीक्षा का आयोजन 6 जुलाई 2025 को किया गया था. इस भर्ती में लेक्चरर के 2202 पदों पर भर्ती होनी थी, जिसको लेकर आवेदन प्रक्रिया 5 नवंबर 2024 से शुरू की गई थी. इस एग्जाम में अलग-अलग विषयों के अलग-अलग पद शामिल थे.

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राजनीतिक विज्ञान के 225 पद थे, जिसके लिए सैकड़ों अभ्यर्थियों ने अप्लाई किया था. भर्ती के लिए लिखित एग्जाम 6 जुलाई 2025 को हुआ और रिजल्ट 23 सितंबर को जारी किए गए. ये नतीजे चौंकाने वाले थे.

225 सीटें, केवल 6 कैंडिडेट कैसे हुए पास?राजनीतिक विज्ञान विषय के 225 पदों पर भर्ती होनी थी, लेकिन पूरे प्रदेश भर में केवल 6 लोग ही एग्जाम पास कर पाए. यह रिजल्ट राजस्थान में चर्चा का विषय बन गया है. आखिर इतनी बड़ी परीक्षा में केवल 6 अभ्यर्थी ही कैसे पास हो सके? 

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386 कैंडिडेट इस वजह से अयोग्य घोषितवहीं, आयोग की ओर से जारी विज्ञापन में विशेष निर्देशों के पॉइंट-5 के मुताबिक, 10 फीसदी से ज्यादा प्रश्नों में पांच में से एक भी विकल्प न चुनने पर 386 अभ्यर्थियों को अयोग्य घोषित कर दिया गया है. RPSC ने कहा है कि भर्ती परीक्षा में अयोग्य घोषित किए गए 386 अभ्यर्थियों के रोल नंबर अलग से वेबसाइट पर जारी कर दिए गए हैं.

जारी हुए नतीजे में राजनीतिक विज्ञान विषय में केवल 6 अभ्यर्थी ही पास हुए. आयोग की ओर से लगाए गए नियमों के चलते 386 अभ्यर्थी परीक्षा में अयोग्य घोषित कर दिए गए. ऐसे में राजनीतिक विज्ञान विषय के नतीजे को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चाएं तेज हैं.

RPSC में 3 सदस्यों की नियुक्तिइसके अलावा, यह भी बता दें कि राजस्थान लोक सेवा आयोग में तीन नए सदस्यों की नियुक्ति की गई है. लंबे समय से आयोग में सदस्यों के पद रिक्त चल रहे थे ऐसे में राज्य सरकार ने राज्यपाल के आदेश से तीन नए सदस्यों की नियुक्ति के आदेश जारी किए हैं, जिनमें पूर्व आईपीएस हेमंत प्रियदर्शी, डॉ. अशोक कलवार, डॉ. सुशील कुमार बिस्सू शामिल है. राजस्थान लोक सेवा आयोग में सदस्यों के 6 पद रिक्त थे ऐसे में तीन नए सदस्यों की नियुक्ति के बाद अब तीन पद रिक्त रहे हैं.