Rajasthan Public Service Commission Exams: राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा 7 जनवरी रविवार को सहायक आचार्य, पुस्तकालयाध्यक्ष और शारीरिक प्रशिक्षण अनुदेशक की प्रतियोगी परीक्षा का आयोजन दोपहर को 12 बजे से 2 बजे तक किया जा रहा है. भरतपुर जिले मे कुल 66 परीक्षा केंद्र बनाए गए है. जहां सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजामात किए गए है. परीक्षा को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष सम्पन्न कराने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन द्वारा पूर्ण सतर्कता बरती जा रही है. 


‘परीक्षा को लेकर जिला कलेक्टर ने ली बैठक’ 
7 जनवरी को आयोजित होने वाली सहायक आचार्य, पुस्तकालयाध्यक्ष एवं शारीरिक प्रशिक्षण अनुदेशक प्रतियोगी परीक्षा, 2023 के आयोजन की तैयारियों को लेकर परीक्षाओं से संबंधित अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई. बैठक में जिला कलेक्टर लोकबंधु ने जिले के बाहर से आने वाले परीक्षार्थियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो इसलिए बस स्टैंड एवं रेलवे स्टेशन पर सुविधा केंद्र स्थापित करने के निर्देश दिए.


जिला कलेक्टर ने परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र तक पहुंचाने के लिए टेम्पो और ई-रिक्शा से उचित किराया तय करने के निर्देश दिए साथ ही जिले से बाहर से आने वाले परीक्षार्थियों के लिए होटल एवं धर्मशालाओं में उचित किराए पर ठहराव व्यवस्था करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए है.  


परीक्षार्थियों से की अपील 
जिला कलेक्टर द्वारा परीक्षार्थियों से यह अपील की गई है कि वे किसी भी अवांछित व्यक्ति के बहकावे में न आए, परीक्षा केन्द्र में प्रवेश से पूर्व वर्जित सामग्री को बाहर ही छोड़कर प्रवेश करें, किसी भी प्रकार की इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस आदि को परीक्षा केन्द्र में ले जाने का प्रयास नहीं करें. उन्होंने बताया कि आयोग द्वारा निर्धारित ड्रेस में ही परीक्षा केन्द्र पर प्रवेश दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि दक्ष पुलिस कर्मियों द्वारा डिवाइस से समुचित तलाशी के उपरान्त ही प्रवेश हो पाएगा, ऐसी स्थिति में किसी प्रकार की अवांछित सामग्री पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी.


एक घंटा पहले ही बंद कर दिया जाएगा प्रवेश 
राजस्थान लोक सेवा आयोग के निर्देशानुसार परीक्षा केन्द्र पर सुबह 11 बजे तक ही प्रवेश दिया जाएगा. परीक्षा 12 बजे से 2 बजे तक आयोजित होगी. सभी परीक्षार्थियों को 11 बजे से पहले ही परीक्षा केंद्र में प्रवेश दिया जाएगा. 11 बजे के बाद प्रवेश नहीं दिया जाएगा. परीक्षा पारदर्शिता से सम्पन्न कराने के लिए 66 केन्द्राधीक्षक एवं 121 पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं. 11 फ्लांईंग स्वाइड दल गठित किए हैं जो निरंतर भ्रमणशील रहेंगे, प्रत्येक केंद्र पर दो-दो वीडियोग्राफर मौजूद रहेंगे. 


सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजामात 
जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया है कि परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाएगी. परीक्षा केंद्र के गेट पर परीक्षार्थियों की गहनता से पूरी जांच करने के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा. परीक्षा केंद्रों की निगरानी के लिए 11 मोबाइल पार्टियों के साथ-साथ 11 उड़नदस्तों का भी गठन किया है जो लगातार गश्त करते हुए संदिग्धों पर नजर रखेगी. यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त संख्या में यातायात कर्मियों को तैनात किया जाएगा. परीक्षा को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष सम्पन्न कराने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन द्वारा पूर्ण सतर्कता बरती जा रही है. 


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