Rao Madho Singh Museum: कोटा पुलिस ने राजपरिवार के गढ़ पैलेस म्यूजियम में चोरी का खुलासा कर दिया है. बेशकीमती चांदी के हाथी और अन्य कलाकृतियां बरामद कर दो चोरों को पुलिस ने गिरफ्तार किया. 1970 में स्थापित राव माधो सिंह म्यूजियम (Rao Madho Singh Museum) से चोरी के बाद हड़कंप मच गया था.


चोरी का खुलासा करने के लिए पुलिस को 400 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगालने पड़े. पुलिस अधीक्षक कोटा शहर ने चोरी की घटना को गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीण जैन की निगरानी में जांच टीम का गठन किया. टीम ने करीब 6 दिन लगातार सीसीटीवी कैमरे में संदिग्धों की पहचान की.


राव माधो सिंह म्यूजियम में चोरी का खुलासा


45 पुलिस अधिकारियों और जवानों की टीम ने घटना स्थल गढ़ पैलेस म्यूजियम, रेल्वे स्टेशन, बस स्टेशन, गुमानपुरा और अन्य स्थानों के करीब 200  सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग देखी. फुटेज में तीन लोग नकबजनी करते पाए गए. पहचान होने के बाद चोरों का लोकेशन उत्तर प्रदेश मिला. 27 फरवरी 2023 को फरियादी आशुतोष दाधीच ने थाना कैथूनीपोल में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. रिपोर्ट में बताया गया कि 26 फरवरी की रात राव माधो सिंह म्यूजियम की सुरक्षा में तैनात दो गार्ड हीरेन्द्र सिंह और जगदीश सोलंकी सो गए.


सीसीटीवी फुटेज से हुई चोरों की पहचान


रात 12.25 पर दो लोग राजमहल चौक की दीवार फांद कर अंदर प्रवेश करते हैं और दरबार हाल म्यूजियम के ताले तोड़कर दो शोकेश से प्राचीन कलाकृतियां, चांदी और सोने की पॉलिश किए सामान थैले में भरकर ले गए. नकबजनी की घटना सीसीटीवी में कैद हो गई है. महाराज कुंवर जयदेव सिंह ने भी मौके का निरीक्षण किया था. एसपी शरद चौधरी ने बताया कि मुलजिमों को गाजियाबाद से 7 मार्च 2023 को गिरफ्तार किया गया.


सचिन और प्रभात पांचाल दोनों से प्राचीन और दुर्लभ कलाकृतियां बरामद की गई हैं. सोशल मीडिया पर प्रभात को सुखा सिंह के नाम से जाना जाता है. मुजफ्फरनगर से पुलिस टीम प्रभात के पीछे लगी हुई थी. दोनों चोरों को अदालत में पेश कर सात दिन के रिमांड पर लिया गया है. 


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