Rajasthan Rajya Sabha 2024: राजस्थान से राज्यसभा के लिए कांग्रेस ने सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) का नाम फाइनल कर दिया है. दरअसल, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) अप्रैल में 6 साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद रिटायर हो रहे हैं. राज्यसभा की उसी सीट पर कांग्रेस ने सोनिया गांधी को प्रत्याशी बनाया है. ऐसे में एक बार फिर यहां के राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है कि किसी स्थानीय नेता को कांग्रेस ने मौका क्यों नहीं दिया.


जबकि, पिछली बार राज्यसभा के चुनाव (Rajya Sabha Election) के दौरान जब हरियाणा, यूपी और महाराष्ट्र के नेताओं को यहां पर मौक़ा मिला था तो दबी जुबान कांग्रेस में 'बाहरी प्रत्याशी' को लेकर विरोध की सुगबुगाहट तेज हो गई थी. राजस्थान से अभी तक कांग्रेस के छह राज्यसभा सदस्य हैं. इनमें पंजाब के मनमोहन सिंह, राजस्थान के रहने वाले नीरज डांगी, केरल के केसी वेणुगोपाल, हरियाणा निवासी रणदीप सिंह सुरजेवाला, महाराष्ट्र के मुकुल वासनिक और यूपी के प्रमोद तिवारी राज्यसभा में सदस्य हैं. छह राज्य और छह सदस्य हैं.


स्थानीय नेताओं के नाम पर सहमति नहीं


राजस्थान कांग्रेस में स्थानीय नेताओं के नाम पर आपस में सहमति नहीं बन पाई है. कई बार कई नेताओं के नाम सुर्खियों में रहे जरूर लेकिन वो किसी न किसी वजह से आगे नहीं बढ़ सके. इसके लिए यहां पर मंथन भी हुआ था. जैसे इस बार भी दो से तीन स्थानीय नेताओं के नाम सामने आए लेकिन बाद में उस नाम को ख़ारिज कर दिया गया. अब लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कई चेहरों को आगे लाया जा सकता है. ऐसे में कांग्रेस में बाहरी नेताओं पर मुहर लगती रही है. इसका असर लोकसभा के चुनाव में दिख सकता है.


वरिष्ठ पत्रकार बारेठ ने क्या कहा?


राजस्थान के वरिष्ठ पत्रकार नारायण बारेठ का कहना है कि इस प्रदेश में पहले भी बाहरी नेताओं को जगह मिली है. केवल राज्यसभा में ही नहीं बल्कि लोकसभा से कई बाहरी नेता चुनाव जीतकर गए हैं. सोनियां गांधी से पहले भी कई और दिग्गज नेताओं को यहां से राज्यसभा जाने का अवसर मिला है. यह कोई पहली बार नहीं हुआ है. बता दें कि राजस्थान में खाली हो रही राज्यसभा की तीन सीटों पर आगामी 27 फरवरी को चुनाव होने हैं.


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