Rajasthan Weather Update: इस साल गर्मी ने समय से पहले ही तीखा रूप दिखाना शुरू कर दिया है. मार्च के अंत से ही राजस्थान के कई हिस्सों में तापमान तेजी से चढ़ने लगा था और अप्रैल की शुरुआत में ही पारा आसमान छूने लगा है. आमतौर पर मई-जून में जिस तरह की गर्मी देखने को मिलती है, वह इस बार अप्रैल के पहले सप्ताह में ही महसूस की जा रही है.
राजस्थान में अप्रैल की शुरुआत में ही भीषण गर्मी लोगों को झुलसाने लगी है. रविवार (6 अप्रैल) को बाड़मेर (Barmer) में तापमान 45.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 6.8 डिग्री अधिक है. यह अप्रैल के पहले सप्ताह का अब तक का सबसे ज्यादा तापमान है.
बाड़मेर में टूटा 1998 का रिकॉर्डजयपुर स्थित मौसम केंद्र के अनुसार, इससे पहले बाड़मेर में 3 अप्रैल 1998 को 45.2 डिग्री तापमान दर्ज हुआ था. इस बार का तापमान उस रिकॉर्ड को भी पार कर गया. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि यह गर्मी अभी और बढ़ेगी.
राज्य के अन्य हिस्सों में भी तेज गर्मी देखने को मिली. जैसलमेर में अधिकतम तापमान 45 डिग्री, चित्तौड़गढ़ में 43.2 डिग्री, जोधपुर में 43 डिग्री, कोटा में 42.4 डिग्री और जालोर में 42 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
अगले 3 दिनों में और बढ़ेगा तापमानमौसम विभाग ने आने वाले 3 दिनों के लिए तापमान में और बढ़ोतरी की चेतावनी जारी की है. विभाग के अनुसार 6 और 7 अप्रैल को दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में तापमान 44 से 45 डिग्री तक जा सकता है, जबकि पूर्वी राजस्थान में पारा 42 से 44 डिग्री तक पहुंचने की संभावना है.
इस भीषण गर्मी को देखते हुए लोगों को लू से बचने और सावधानी बरतने की सलाह दी गई है. विशेषज्ञों ने दोपहर में घर से बाहर निकलने से बचने, अधिक मात्रा में पानी पीने और हल्के व सूती कपड़े पहनने की अपील की है.
राज्य में इस असामान्य गर्मी ने आम जनजीवन को प्रभावित करना शुरू कर दिया है और आने वाले दिनों में इससे राहत की उम्मीद कम ही नजर आ रही है, जलवायु परिवर्तन (Climate Change) और लगातार बढ़ते वैश्विक तापमान के बीच राजस्थान में यह असामान्य गर्मी चिंता का विषय बन गई है.