Rajasthan Vidhan Sabha: राजस्थान विधानसभा में एक सीट फिर खाली हो गई है. इसे यहां पर अब 'अपशगुन' के रूप में देखा जा रहा है. क्योंकि, राजस्थान विधानसभा में पिछले कई साल से 200 सीटें पूरी नहीं हो पाई हैं. हमेशा एक न एक सीट खाली ही रहती है. पिछले तीन विधानसभा चुनाव से यहां पर सभी 200 सीटों पर चुनाव भी नहीं हो पाए हैं. कई बार तो पांच साल में 8 से अधिक सीटों पर उपचुनाव हुए हैं. 


यह सिलसिला कई साल से चला आ रहा है. बागीदौरा से कांग्रेस के विधायक महेंद्रजीत सिंह मालवीय के इस्तीफे के बाद अब एक सीट फिर खाली हो गई है. वर्ष 2023 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान करणपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी गुरमीत सिंह कुन्नर का निधन हो गया था, जहां पर परिणाम के बाद मतदान हुआ और कांग्रेस को जीत मिली. 


वसुंधरा सरकार में क्या रही स्थिति? 
राजस्थान में वसुंधरा राजे की सरकार के दौरान 2013 में कांग्रेस के विधायक बाबूलाल नागर को जेल की सजा हुई थी. वर्ष 2017 मांडलगढ़ से भाजपा की विधायक कीर्ति कुमारी का निधन, धौलपुर से बसपा विधायक बीएल कुशवाह को जेल, साल 2018 में रामगढ़ से बसपा प्रत्याशी की वोटिंग के दौरान निधन हो हो गया था. 2018 में ही मुंडावर से बीजेपी विधायक धर्मपाल चौधरी का निधन और 2018 में नाथद्वारा से बीजेपी विधायक का निधन हो गया था. 


गहलोत सरकार के दौरान क्या रही स्थिति?
वर्ष 2020 में शहाड़ा से कांग्रेस विधायक कैलाश त्रिवेदी, राजसमंद से बीजेपी विधायक किरण महेश्वरी, सुजानगढ़ से कांग्रेस विधायक मास्टर भंवर लाल का निधन हो गया था. 2021 में धरियावद से बीजेपी विधायक गौतम मीणा, वर्ष 2021 में वल्लभनगर से कांग्रेस विधायक गजेंद्र शक्तावत का निधान हुआ था. वर्ष 2022 में कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा का निधन हुआ था.


पूर्व विधायक ने कहा था- 'होना चाहिए शांति का पाठ'
एक बार पूर्व विधायक हबीबुर्रहमान ने दावा किया था कि राजस्थान का नया विधानसभा भवन 'शापित' है. जब तक यहां पर शांति का पाठ नहीं होगा तब तक ऐसा ही चलता रहेगा. 


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