Rajasthan Politics: पुलवामा आतंकी हमले (Pulwama Terror Attack) में शहीद हुए सीआरपीएफ (CRPF) के तीन जवानों के परिजनों ने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात की मांग को लेकर सोमवार को कांग्रेस नेता सचिन पायलट (Sachin Pilot) के आवास पहुंचे. पीड़ित परिवार के सदस्यों ने दावा किया कि राज्य सरकार ने परिवारों से कई वादे किए थे जो अब तक पूरे नहीं किए गए हैं और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी उनसे नहीं मिल रहे हैं. सदस्यों ने कहा कि अब कांग्रेस आलाकमान (Congress High Command) ही एकमात्र विकल्प बचा है.


शहीदों की पत्नियों की मांगों में उनकी (शहीद की) प्रतिमाएं लगाना, अनुकम्पा के आधार पर परिजनों की नियुक्ति, उनके गांवों में सड़कों का निर्माण आदि शामिल हैं. पायलट से उनके आवास पर मुलाकात के बाद परिजन आवास के मुख्य द्वार के बाहर धरने पर बैठ गए.


पुलिस का व्यवहार सच में निंदनीय: पायलट 
पायलट ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘अगर इच्छा शक्ति है, तो हर चीज का समाधान निकल सकता है, लेकिन पिछले दिनों जिस प्रकार से पुलिस का व्यवहार रहा वो सच में निंदनीय है. ऐसा नहीं होना चाहिए था बल्कि जो इसके लिए जिम्मेदार हैं उन पर भी कार्रवाई करनी चाहिए.’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर नियमों में कोई बदलाव करना है तो राज्य सरकार करे. मामला शहीदों के परिजनों से जुड़ा है. साथ ही पुलिस के व्यवहार को भी सही नहीं कहा जा सकता.’’


CM से की पुलिस दुर्व्यवहार की जांच की मांग
बाद में पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर शहीद जवानों की पत्नियों के साथ कथित पुलिस दुर्व्यवहार की जांच की मांग की. उन्होंने अनुकम्पा के आधार पर नौकरी के नियमों में नरमी बरतने जैसी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का भी अनुरोध किया. बता दें कि जयपुर के शहीद स्मारक पर पिछले कुछ दिनों से धरने पर बैठे शहीदों के परिवार के सदस्यों के साथ पुलिस ने उस समय कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया, जब वे राजभवन में राज्यपाल को ज्ञापन देने के बाद वहां से मुख्यमंत्री आवास की ओर पैदल मार्च कर रहे थे.


वीरांगनाओं ने पायलट के निवास पहुंचकर सुनाई आपबीती
बीजेपी के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा के नेतृत्व में शहीदों के परिवार के सदस्य राज्य सरकार के किए गए वादों को पूरा करवाने की मांग को लेकर 28 फरवरी से धरने पर बैठे हैं. बीजेपी सांसद ने सोमवार को ट्वीट कर कहा, ‘‘न्याय के लिए दर-दर भटक रही वीरांगनाओं ने सोमवार सचिन पायलट के निवास पर पहुंच कर अपना दुखड़ा सुनाया. मुझे आशा है कि महिलाओं को सुरक्षा और सुविधा देने का दावा करने वाली अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के उच्च पदस्थ पदाधिकारियों तक वे उनकी विपरीत परिस्थिति को अवश्य ही पहुंचाएंगे.’’


ये भी पढ़ें: Udaipur Holi 2023: होलिका दहन में बिजली की कड़कड़ाहट ने बिगाड़ा माहौल, रुक-रुककर हुई बारिश ने डाली कार्यक्रम में बाधा