Rajasthan Roadways: राजस्थान (Rajasthan) में रोडवेज के पास अपने कर्मचारियों को वेतन और पेंशन का भुगतान करने के लिए फंड नहीं है. रोडवेज के घाटे में चलने की वजह से कर्मचारियों को देने के लिए पैसे नहीं हैं. दीपावली (Deepawali) के त्योहार पर भी रोडवेज के कर्मचारियों को सिर्फ एक महीने का ही वेतन और पेंशन का भुगतान किया गया.


इस बीच भुगतान रोकने के मामले में सीएमडी की कुर्सी तक कुर्क करने के आदेश हो गए हैं. दूसरी तरफ रोडवेज 12 लाख रुपये खर्च कर तीन अधिकारी को यूरो बस एक्सपो में भाग लेने के लिए यूके भेज रहा है. गौरतलब है कि यूके में 1 से 3 नवंबर तक यूरो बस एक्सपो 2022 का आयोजन हो रहा है. इसमें फ्यूल बचत और नई टेक्नोलॉजी की बसों के बारे में जानकारी दी जाएगी.


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साधारण बसें खरीदने के लिए भी नहीं हैं पैसे
यूरो बस एक्सपो 2022 में शामिल होने कार्यकारी निदेशक ट्रैफिक सजीव पांडेय, ईडी अभियांत्रिकी रवि सोनी और कार्यकारी प्रबंधक पीवीसी पंकज कुमार जा रहे हैं. इसे लेकर राजस्थान रोडवेज श्रमिक संगठन संयुक्त मोर्चा के संयोजक एमएल यादव का कहना है कि अधिकारियों के इस टूर पर रोडवेज के लाखों रुपये खर्च होंगे. इतना ही नहीं इससे रोडवेज को कोई फायदा नहीं होगा. एक्सपो में जो बस आएगी वो तकनीकों से लैस होगी, जबकि वर्तमान में रोडवेज के पास साधारण बसें खरीदने के लिए भी पैसे नहीं हैं.


रोडवेज को घाटे से उबारने के लिए सीएम ने उठाया बड़ा कदम
इस बीच राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने प्रदेश के रोडवेज को घाटे से उबारने के लिए बड़ा कदम उठाया है. उन्होंने राजस्थान पथ परिवहन निगम को गैप फंडिंग के रूप में 360 करोड़ रुपये के अतिरिक्त वित्तीय प्रावधान को मंजूरी दी है. यह राशि 90 करोड़ रुपये की चार समान किश्तों में जारी की जाएगी.