राजस्थान पुलिस महकमे में शनिवार (15 नवंबर) देर रात बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया गया. गृह विभाग ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) स्तर के 142 अधिकारियों के तबादलों की सूची जारी की, जिससे पूरे पुलिस विभाग में हलचल मच गई. जानकारी के अनुसार, कई अधिकारी लंबे समय से एक ही पद पर जमे हुए थे. जिन्हें अब प्रशासन की तरफ से नई जिम्मेदारियां दी गई हैं.
ASP स्तर के अधिकारियों के तबादलों का इंतजार काफी समय से चल रहा था. देर रात जारी इस सूची से साफ है कि राज्य सरकार पुलिस विभाग में व्यापक बदलाव लाना चाहती है. कई अधिकारियों को फील्ड से नॉन-फील्ड और नॉन-फील्ड से फील्ड में भेजा गया है. वहीं, कुछ अधिकारियों पर लगातार मिल रही शिकायतों को देखते हुए उन्हें बदला गया है.
22 RAS अधिकारियों की सूची भी हुई जारी
इससे पहले शनिवार रात ही 22 RAS अधिकारियों की भी तबादला सूची जारी की गई थी. इसमें तहसीलदार से प्रमोट हुए अधिकारियों को नई पोस्टिंग दी गई, साथ ही चार APO अधिकारियों को भी फील्ड पोस्टिंग सौंपी गई. इन तबादलों के बाद पुलिस महकमे में भी बड़ा बदलाव किया गया है.
राजनीतिक अनुशंसाओं का असर?
सूत्रों के अनुसार, तबादला सूची में स्थानीय नेताओं की अनुशंसा को भी वरीयता दी गई है. कई अधिकारी जो राजधानी जयपुर में लंबे समय से सेवा दे रहे थे, उन्हें जयपुर से बाहर विभिन्न जिलों में स्थानांतरित किया गया है. इससे राजधानी पुलिस की संरचना में उल्लेखनीय परिवर्तन हुआ है.
तबादला सूची में शामिल कुछ प्रमुख नाम
जारी आदेश के अनुसार कई महत्वपूर्ण अधिकारियों के तबादले किए गए हैं, जिनमें शामिल हैं-
- RPS दिनेश कुमार यादव – ASP, कामां, जिला डीग
- RPS महेश मीना – अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त, कमिश्नरेट, जयपुर
- RPS प्रमोद कुमार शर्मा – HCMO, अजमेर
- RPS मुकेश कुमार सोनी – अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, SOG, उदयपुर
- RPS बुद्धराज खटीक – अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, सहाड़ा, भीलवाड़ा
- RPS रोशन लाल पटेल – ASP, उदयपुर विकास प्राधिकरण
- RPS सुरेंद्र कुमार कुमावत – अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, ATS, बीकानेर
- RPS अदिति चौधरी – ASP, त्वरित अनुसंधान सैल, बूंदी
- RPS विमल सिंह – अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, कुचामन सिटी
- RPS पुष्पेंद्र सिंह सोलंकी – अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, मालपुरा, टोंक
राजस्थान सरकार द्वारा जारी इस बड़े फेरबदल का उद्देश्य पुलिस प्रशासन में चुस्ती और पारदर्शिता लाना बताया जा रहा है. अब देखना होगा कि नए अधिकारियों की तैनाती से जिले में कानून-व्यवस्था पर क्या प्रभाव पड़ता है.
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