Rajasthan Police: राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में अब हालात पूरी तरह सामान्य होने लगे हैं. 10 मई को भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर के ऐलान के बाद राजस्थान में जिंदगी पहले की तरह पटरी पर लौटी है. बॉर्डर से सटे हुए श्रीगंगानगर जिले को छोड़कर बाकी जगह से ब्लैकआउट का आदेश वापस ले लिया गया. 

श्रीगंगानगर जिले को छोड़कर आज से बाकी जिलों में स्कूल कॉलेज और कोचिंग संस्थान भी खुल गए हैं. बाजारों में आज पहले जैसी रौनक नजर आ रही है. आसमान से बरसती आग के बावजूद सड़कों पर खासी चहल-पहल है. 

7-8 मई को बना था डर का माहौल

हालांकि बॉर्डर से सटे हुए जिलों के साथ ही राजधानी जयपुर और जोधपुर समेत कई जिलों में अब भी अलर्ट पर है. सुरक्षा एजेंसियां अभी भी चौकन्ना है. पहले से ज्यादा एहतियात बरता जा रहा है. रात के वक्त पुलिस की गश्त और बढ़ जाती है.

ये रास्ते अब भी हैं बंद

जैसलमेर और बाड़मेर शहर से बॉर्डर की तरफ जाने वाले रास्ते आज बंद है. जरूरी काम से निकलने वाले स्थानीय लोगों को छोड़कर अभी भी बॉर्डर वाले रास्तों पर बाकी लोगों को नहीं जाने दिया जा रहा है. अफसरों का कहना है कि हालात की समीक्षा के बाद ही इस बारे में आगे कोई फैसला लिया जाएगा. आने वाले दिनों में पर्यटकों की संख्या भी बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन के बाद लोगों के मन में जो डर और आशंकाएं थीं, वह भी अब खत्म हो चुकी हैं. सोमवार (12 मई) को पीएम मोदी के संबोधन के बाद लोगों का विश्वास और बढ़ा है.

जम्मू-कश्मीर, गुजरात, पंजाब और हरियाणा के साथ-साथ राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में लोग उस समय डर के साए में आ गए जब पाकिस्तान ने मिसाइल और ड्रोन से हमले की कोशिश की. 7-8 की रात को पाकिस्तानी सेना ने मिसाइल और ड्रोन से हमले की कोशिश की, जिसे एयर डिफेंस सिस्टम ने तबाह कर दिया.

ईसी वजह से राजस्थान के सीमावर्ती जिले गंगानगर, बाड़मेर, जैसलमेर और बीकानेर में ब्लैकआउट कर दिया गया. ताकि किसी भी तरह के हमलों से बचा जा सके. 

बाड़मेर की तस्वीर

इसका मलबा कई इलाकों में देखा गया. न्यूज़ एजेंसी पीटीआई की तरफ से 10 मई को जारी बाड़मेर की तस्वीर में अज्ञात वस्तु का मलबा देखा जा सकता है. 

जैसलमेर में भी इसी तरह का मलबा दिखा. जहां, एक सुरक्षाकर्मी इसकी जांच करते हुए दिखे. इन मलबों को सुरक्षा एजेंसी के अधिकारी जांच के लिए ले गए.

बता दें कि भारत ने पहलगाम आतंकी हमलों का बदला लेने के लिए 6-7 मई की रात को ऑपरेशन सिंदूर चलाया था. इसमें 100 से अधिक आतंकी मारे गए. इसके बाद पाकिस्तान बौखला उठा. पाकिस्तान ने 7-8 मई और 8-9 मई की रात को भारत में कई जगहों पर हमले की कोशिश की. इसे सेना ने नाकाम कर दिया. इसके बाद 10 मई को सीजफायर का ऐलान किया गया.