Rajasthan News: कर्नाटक में जहां एक तरफ बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा है, वहीं राजस्थान के बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष सतीश पूनियां (satish poonia) की चुनावी रणनीति कई जगह काम आती नजर आई. उन्होंने बीजेपी को उस सीट पर जीत दिला दी है जहां पर पिछले 15 सालों से बीजेपी चुनाव जीत नहीं रही थी. कर्नाटक की डोडबल्लापुर सीट पर बीजेपी उम्मीदवार धीरज मुनिराज (31 ) ने 30 हजार से अधिक मतों से बड़ी जीत दर्ज की है. इस सीट पर चुनाव जीतना बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई थी.


कर्नाटक में कांग्रेस को मिली जीत के बाद भी इस सीट पर हार का स्वाद चखना पड़ा है. दरअसल, सतीश पूनियां ने बेंगलुरू ग्रामीण की सीटों पर चुनाव प्रचार व चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारी संभाली थी. इस बार पूनियां को बीजेपी ने कई दिनों तक चुनावी मैदान उतारे रखा था. खासकर, किसान और ओबीसी वोटर्स बाहुल्य की सीटों पर पूनियां को मैदान में जिम्मेदारी सौपीं गई थी. वहीँ बीजेपी ने येलहंका सीट पर भी जीत हासिल की है. 


इन सीटों पर थी जिम्मेदारी 


बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष सतीश पूनियां के पास कर्नाटक की बेंगलुरू रूरल की चार सीटें थी. जिसमें से दो सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की है और दो पर हार मिली है. वहीं बेंगलुरू शहर में 28 सीटों में से बीजेपी ने लगभग 70 प्रतिशत सीटें जीती हैं, यहां 25 लाख से अधिक प्रवासी राजस्थानी निवास करते हैं. सतीश पूनियां ने कहा कि परिश्रम-पुरुषार्थ के आगे चर्चाओं को नतमस्तक होना पड़ता है.


कर्नाटक के डोडबल्लापुर में युवा साथी धीरज मुनिराज की सेवाभावी प्रवृत्ति, कार्यकर्ताओं के परिश्रम और जनता के समर्थन से इस सीट पर बीजेपी की विजय का आगाज इसी संकल्प को परिभाषित करता है. मेरे लिये हर्ष का विषय है कि पार्टी ने मुझे इस सीट की जिम्मेदारी सौंपी और हम कांग्रेस के इस गढ़ में कमल खिलाने में कामयाब हुए, डोडबल्लापुर की जनता, कार्यकर्ताओं और बीजेपी केन्द्रीय नेतृत्व का आभार-अभिनंदन व्यक्त करता हूं.


गुजरात और अन्य राज्यों में रहा बेहतर प्रदर्शन 


बीजेपी राजस्थान टीम को सतीश पूनियां के बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष रहने के दौरान उत्तरप्रदेश में पश्चिमी उत्तरप्रदेश की 90 सीटें और गुजरात में उत्तरी गुजरात की 43 सीटों पर चुनाव प्रचार व चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारी सौंपी थी, उत्तरप्रदेश और गुजरात के इन किसान-ओबीसी बाहुल्य सीटों पर सतीश पूनियां ने टीम राजस्थान बीजेपी को साथ लेकर चुनाव प्रचार किया था, जिसमें से बीजेपी ने 90 प्रतिशत से अधिक सीटों पर जीत दर्ज की थी. संघ पृष्ठभूमि के सतीश पूनियां राजस्थान के किसान-ओबीसी समुदाय के जाट समाज से आते हैं, जिन्हें पार्टी में विभिन्न दायित्वों पर रहते हुये संगठन में लगभग 36 वर्ष का सांगठनिक अनुभव हैं.


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