Rajasthan News: राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले चुनावी शंखनाद की तैयारियों के बीच देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अक्टूबर गुरुवार को जोधपुर के दौरे पर रहेंगे. जोधपुर वासियों को कई सौगात भी देंगे. इसके अलावा जोधपुर के रावण का चबूतरा मैदान में एक बड़ी सभा को संबोधित करेंगे. पीएम मोदी के स्वागत के लिए जोरदार तैयारी की गई है. इसी के साथ ही बड़ा पंडाल भी बनाया गया है जहां पर लाखों की संख्या में लोगों के इकट्ठा होने का दावा भी किया जा रहा है.


5 अक्टूबर को पीएम करेंगे उद्घाटन


भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान जोधपुर परिसर 5 अक्टूबर 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा. संस्थान की स्थापना 2008 में 7 अन्य भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों के साथ की गई थी. यह संस्थान जोधपुर-नागौर राजमार्ग पर 852 एकड़ से अधिक क्षेत्र में फैला है. पिछले 15 वर्षों में, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान जोधपुर ने अपने बहु-विषयक और नवाचार उन्मुख पाठ्यक्रम तथा सशक्त अनुसंधान कार्यक्रमों के साथ स्वयं को प्रतिष्ठित किया है. 


कई यूजी और पीजी कोर्स हैं शामिल


भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान जोधपुर निरंतर तथा सुनियोजित तकनीकी परिसर के रूप में अपनी खास पहचान रखता है जो कि अन्य संस्थानों के लिए एक अनुकरणीय उदाहरण है. भा.प्रौ.सं. जोधपुर का शैक्षणिक पाठ्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के पूर्णतया अनुरूप है तथा यह अनेक अनूठी विशेषताओं से युक्त है. स्वच्छ ऊर्जा, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, जैव अभियांत्रिकी जैसे उभरते क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार के स्नातक और स्नातकोत्तर कार्यक्रम.


छात्रों को मिलेगी बेहतर जानकारी  


भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान जोधपुर और एम्स जोधपुर द्वारा चिकित्सा प्रौद्योगिकी (मेडिकल टेक्नोलॉजीज) में अद्वितीय नवाचार युक्त संयुक्त डिग्री कार्यक्रम, सामाजिक संपर्क के अनिवार्य पाठ्यक्रम के माध्यम से छात्रों और संकाय सदस्यों को ग्रामीण एवं आसपास के क्षेत्रों को लाभान्वित करने वाली वैज्ञानिक परियोजनाओं पर काम करने के लिए प्रेरित करना. इन्क्यूबेशन कार्यक्रम के माध्यम से नवाचार और उद्यमिता कौशल को ढांचागत तरीके से बढ़ावा देना है.


ISRO, DRDO की कई परियोजनाएं शामिल


भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान जोधपुर एक जीवंत नवाचार का वातावरण प्रदान कर रहा है, जहां डीएसटी (DST), इसरो (ISRO), डीआरडीओ (DRDO), डीएई (DAE), एमईआईटीवाई (Meity),डीबीटी (DBT), बीआईआरएसी (BIRAC), आयुष मंत्रालय, प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय, भारत सरकार जैसी विभिन्न सरकारी एजेंसियों / संस्थाओं द्वारा पोषित प्रमुख परियोजनाएं शामिल है.


ये भी पढ़ें: Rajasthan Election 2023: पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने नया राजस्थान बनाने का दिया मंत्र, कहा- ‘वही राज कर सकता है जो…’