Bhilwara Gangrape and Murderd Case: नाबालिग के साथ हुए रेप और हत्याकांड मामले की जांच के लिए सोमवार (8 जुलाई) को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य प्रीति भारद्वाज कोटड़ी पहुंची. यहां उन्होंने पीड़ित परिजनों से मिलकर पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने का भरोसा दिलाया. इस दौरान उन्होंने मामले के जांच अधिकारी से घटना से संबंधित जानकारी ली और बताया कि घटना की विस्तृत रिपोर्ट आयोग के अध्यक्ष को भेजी जाएगी. प्रीति भारद्वाज ने घटना से संबंधित विभिन्न विभागों जैसे श्रम विभाग, फैक्ट्री एवं बॉयलयर्स विभाग, शिक्षा विभाग सहित अन्य विभाग के अधिकारियों से घटना की जानकारी ली, साथ ही उन्होंने मामले में चल रही कार्रवाई को गति प्रदान करने के दिशा निर्देश दिए.


अधिकारियों ने प्रीति भारद्वाज को जांच से कराया अवगत


राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य प्रीति भारद्वाज ने मामले से संबंधित सभी दस्तावेजों का अवलोकन किया. यहां उन्होंने जिले में संचालित अवैध भट्टियों को हटाने को लेकर त्वरिता कार्रवाई करने को कहा. इससे पूर्व सर्किट हाउस में आयोजित बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मुश्ताक खान, डॉ. देवेन्द्र शर्मा बीसीएमओ शाहपुरा और बीसीएमओ डॉ. सुबोध ने मेडिकल जांच संबंधी प्रक्रिया की प्रगति से अवगत कराया. प्रीति भारद्वाज के दौरे के दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) ब्रह्मालाल जाट, उपखण्डअधिकारी विनोद कुमार, गुलाबपुरा उपखण्ड अधिकारी निशा सारण, बाल अधिकारिता के सहायक निदेशक धर्मराज प्रतिहार और गौरव सारस्वत मौजूद मौके पर मौजूद रहे. 


राजेंद्र गुढ़ा और बीजेपी सांसद को नोटिस


पीड़िता का नाम और पहचान उजागर करने को लेकर राजस्थान बाल संरक्षण आयोग ने राजेंद्र गुढ़ा और जयपुर से बीजेपी सांसद रामचरण बोहरा के खिलाफ नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. बाल संरक्षण आयोग ने कहा कि नाबालिग पीड़िता का पहचान उजागर करना कानूनी रुप से अपराध है, इस तरह के कृत्य करने वालों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी. जिससे प्रदेश के लोगों में जागरुकता का संदेश जा सके. दरअसल राजस्थान सरकार के बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने भीलवाड़ा नाबालिग गैंगरेप पीड़िता को श्रद्धांजलि देते हुए सोशल मीडिया पर फोटो और नाम पोस्ट कर दिया था. इसके अलावा बीजेपी सांसद रामचरण बोहरा ने पोस्टर में नाबालिग पीड़िता की फोटो लगाकर कैंडल मार्च निकाला. जिसके बाद मामले पर संज्ञान लेते हुए बाल संरक्षण आयोग नोटिस दोनों नेताओं को नोटिसा जारी किया है. 


पुलिस के लिये ये केस बना चुनौती


बता दें कि राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के कोटड़ी इलाके में 14 साल की नाबालिग बकरियां चराने गई थी. नाबालिग पर पहले से बुरी नजर रखने वाले आरोपियों ने गैंगरेप किया, सुबूत मिटाने के लिये आरोपियों ने बर्बरता की सारी हदें पार करते हुए उसे कोयले की धधकती भट्टी में डालकर जला दिया. मामला उजागर होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो नाबालिग समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है. मामले में आई विटनेस नहीं होने से ये केस पुलिस के चुनौती बन गया है. वहीं इस मामले में कुछ राजनेता अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश में लगे हैं. बाल आयोग ने नियमों का उल्लंघन करने वालो के खिलाफ कानूनी सम्मत कार्रवाई करने को कहा है.


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