Rajasthan News: इंडियन आर्मी में नौकरी पाने के लिए जालसाजी करने का मामला सामने आया है. ओवरएज होने के कारण एक मुस्लिम युवक ने खुद को मरा हुआ घोषित करने के लिए धोखाधड़ी से डेथ सर्टिफिकेट बनाया. इसके बाद आधार कार्ड में नाम और बर्थ डेट चेंज करवाई. आधार कार्ड अपडेट होने के बाद दसवीं की परीक्षा दी और सेना में भर्ती हो गया. रक्षा मंत्रालय को मिली इस जालसाजी के शिकायत के बाद जांच की तो फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ. सेना ने आरोपी युवक को बर्खास्त कर पुलिस को जांच के लिए कहा.


जिंदा होकर बनवाया फर्जी डेथ सर्टिफिकेट
अजमेर जिले के बांदरसिंदरी थानाधिकारी प्रभातीलाल मीणा ने बताया कि सेना से मिले पत्र के आधार पर एसपी ने जांच के आदेश दिए. पुलिस थाने में मामला दर्ज कर जांच जारी है. बताया जा रहा है कि काकनियावास गांव निवासी नूर मोहम्मद का छोटा बेटा आसिफ भारतीय सेना में तैनात है. 2018 में हुई सेना भर्ती में उसका चयन हुआ था. छोटे भाई को देखकर बड़े भाई मोईनुद्दीन की भी सेना में भर्ती होने की इच्छा हुई मगर ओवरएज होने के कारण उसका सपना पूरा नहीं हो सकता था. ऐसे में उसने खुद की उम्र कम करने के लिए साजिश की. खुद को मरा हुआ बताकर ग्राम पंचायत से डेथ सर्टिफिकेट बनवा लिया.


मोईनुद्दीन का जन्म 6 नवंबर 1998 को हुआ था और उसे साल 2013 में दसवीं कक्षा पास की थी. डेथ सर्टिफिकेट में उसकी मृत्यु की तारीख 18 अगस्त 2019 लिखी थी. इसके बाद मोईनुद्दीन ने अपने आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों में हेराफेरी कर नाम और बर्थ डेट बदलवाई


ऐसे करवाई डॉक्यूमेंट में हेराफेरी
मोईनुद्दीन ने निकटवर्ती नलू गांव के स्कूल बाल कृष्णा भारती में मोहिन सिसोदिया नाम से नवीं कक्षा में एडमिशन लिया. फार्म में उसने अपना नाम मोहिन सिसोदिया और बर्थ डेट 6 नवंबर 2001 दर्ज करवाई जबकि उसने वर्ष 2020-21 में इसी स्कूल से बारहवीं कक्षा उतीर्ण की थी. अब मोहिन नाम से 2019 में दसवीं की परीक्षा की. बोर्ड परीक्षा की मार्कशीट में डेट ऑफ बर्थ 6 नवंबर 1998 से बदलकर 6 नवंबर 2001 हो गई. पिता का नाम नूर मोहम्मद और माता का नाम फातिमा बानो ही लिखा था. मार्कशीट के आधार पर उसने राशन कार्ड और आधार कार्ड में भी अपना नाम और डेट ऑफ बर्थ चेंज करवा ली. अब मोईनुद्दीन उर्फ मोहिन डॉक्यूमेंट रिकॉर्ड में अपने छोटे भाई से भी छोटा हो गया था.


सेना नियमों का उठाया गलत फायदा
पिछली 11 जुलाई 2022 से 2 अगस्त 2022 तक अजमेर में आर्मी रैली भर्ती हुई थी. इसमें आवेदन 24 मई 2022 से 27 जून 2022 तक लिए गए. मोईनुद्दीन ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर आर्मी में भर्ती के लिए आवेदन किया. उसका छोटा भाई आसिफ वर्ष 2018 से ही सेना की राजपूताना राइफल्स में जयपुर स्थित बटालियन नंबर 24 में कार्यरत था. सेना भर्ती की रिलेशनशिप श्रेणी में पांच प्राथमिकताओं के तहत तीसरी प्राथमिकता है कि सेवारत सैनिक अपने एक सगे भाई के लिए सिफारिश कर सकता है. अगर वह सेना के मापदंड पूरे करता है तो उसका चयन हो जाता है. उसने इसी कोटे का फायदा उठाया और मोइनुद्दीन से मोहिन बने अपने बड़े भाई को छोटा भाई बताकर आर्मी रिलेशनशिप कोटे के लिए सिफारिश कर दी. सेना ने उसे भर्ती कर लिया.


ऐसे हुआ मामले का खुलासा
भर्ती रैली प्रक्रिया पूरी होने के बाद रक्षा मंत्रालय के सैन्य अधिकारी को एक चिट्ठी मिली. साली गांव के गफूर खान की ओर से भेजी गई इस चिट्ठी में धोखाधड़ी के खेल का खुलासा था. सेना ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मोईनुद्दीन उर्फ मोहिन सिसोदिया को बर्खास्त कर दिया. अजमेर पुलिस को मामले की जांच के लिए पत्र भेजा. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में केस दर्ज किया है. मामले की जांच अरांई थानाधिकारी गुमान सिंह कर रहे हैं.


ये भी पढ़ें


Jabalpur News: अग्निवीर बनने जुटी हजारों महिलाएं, मेडिकल टेस्ट लेकर जारी होगा लिखित परीक्षा का एडमिट कार्ड