Rajasthan BJP Crisis: बीजेपी सरकार में मंत्री रहे देवी सिंह भाटी अपनी पार्टी से नाराज चल रहे हैं. इस बीच उन्होंने सरदारशहर में होने वाले उपचुनाव को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. भाटी ने कहा कि सरदारशहर उपचुनाव का हम बहिष्कार करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व को सबक सिखाने के लिए ये कदम उठा रहे हैं, क्योंकि नेतृत्व पिछले चार साल से कार्यकर्ताओं को संभाल नहीं पा रहा है.



क्या कहा देवी सिंह भाटी ने?
दरअसल, बीजेपी सरकार में मंत्री रहे देवी सिंह भाटी अपनी ही पार्टी के खिलाफ मैदान में उतर गए हैं. उन्होंने पार्टी नेतृत्व के ऊपर सवाल उठाते हुए कहा कि वह सरदारशहर उपचुनाव का बहिष्कार करेंगे. इसके अलावा उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व अगर इस बात से समझ जाता है तो ठीक है नहीं तो हम सामाजिक न्याय मंच को खड़ा करेंगे और सामाजिक न्याय मंच का समझौता आरएलपी के साथ या किसी अन्य पार्टी के साथ करके चुनाव लड़ेंगे. इस बयान के बाद यह माना जा रहा है कि पूर्व मंत्री बीजेपी का उपचुनाव में विरोध कर सकते हैं.


लोकसभा चुनाव के दौरान हुए बीजेपी से अलग
गौरतलब है 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान देवी सिंह भाटी पार्टी छोड़ चुके हैं. पार्टी छोड़ने के पीछे का कारण यह बताया जाता है कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने बीकानेर से अर्जुन मेघवाल को टिकट दिया गया था. अर्जुन मेघवाल को बीकानेर से टिकट दिए जाने का उन्होंने विरोध किया था. देवी सिंह भाटी के विरोध के बाद भी पार्टी ने अर्जुन मेघवाल को टिकट दे दिया. अभी वर्तमान में देवी सिंह भाटी ने एक और मांग की थी कि वसुंधरा राजे के हाथ में राजस्थान बीजेपी की कमान सौंपी जाए, जिस पर कोई पहल नहीं हुई है.


हाल ही में, देवी सिंह भाटी ने आरएलपी में जाने के भी संकेत दिए हैं. काफी समय से उन्हें राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक हनुमान बेनीवाल के साथ भी देखा गया है.





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