Rajasthan Politics: राजस्थान कांग्रेस की कलह पार्टी में नया अध्यक्ष आने के बाद भी खत्म नहीं होने का नाम नहीं ले रही हैं. पार्टी में अनुशासनहीनता और नोटिस के मामले को लेकर विधायक दिव्या मदेरणा (Divya Maderna) सरकारी मुख्य सचेतक और जलदाय मंत्री महेश जोशी (Mahesh Joshi) को लगातार टारगेट कर रहीं हैं. जोशी के एक पद छोड़ने की इच्छा जताने पर मदेरणा ने कटाक्ष किया है. उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष के इस्तीफे को याद दिलाते हुए जोशी से तुरंत इस्तीफा देने को कहा है.


'किसका इंतजार कर रहे जोशी'
जोशी का बयान सामने आने के बाद दिव्या ने कहा, "दो साल तक दोनों पद का आनंद सुविधाएं लेते रहे, तब नहीं याद आया के काम का भार अधिक हो गया है. अनुशासनहीनता का नोटिस मिलने के बाद नैतिकता की बात याद आ रही है. इंतजार किस का है स्वयं इस्तीफा दें एक पद से. नए कांग्रेस अध्यक्ष ने भी स्वतः दिया था एक पद से इस्तीफा और सबको इससे साफ संदेश दिया."


मंत्री जोशी ने दिया था यह बयान
जयपुर स्थित प्रदेश कांग्रेस कमेटी मुख्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए जोशी ने कहा, "मुझे कभी किसी पद की लालसा नहीं रही. पार्टी ने मुझे दो जिम्मेदारियां सौंपी और मैंने दोनों जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया. अब मुझे लगता है कि मुख्य सचेतक वाला कोई ऐसा काम नहीं है जिसका कोई अतिरिक्त लाभ नहीं मिलता है, बल्कि दोहरी जिम्मेदारी निभानी होती है. विधानसभा का सत्र चलता है तब विभाग का काम भी करना होता है. इसके अलावा फ्लोर मैनेजमेंट वाला काम भी करना होता है, बाहर भी नहीं जा सकते. अब यह निर्णय पार्टी को लेना है कि एक पद ले, दो पद ले, या नहीं ले."


पार्टी ने लगाए थे अनुशासनहीनता के आरोप
महेश जोशी को नोटिस देकर कांग्रेस आलाकमान ने जवाब तलब किया था. जोशी को सरकारी मुख्य सचेतक होने के बावजूद 25 सितंबर 2022 को जयपुर में कांग्रेस पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) और प्रदेश प्रभारी अजय माकन (Ajay Maken) की ओर से बुलाई गई विधायक दल की बैठक में नहीं पहुंचने और पार्टी बैठक का बहिष्कार करने के आरोप में दोषी मानते हुए जवाब मांगा था.


इन नेताओं पर भी लगे थे आरोप
महेश जोशी के अलावा यूडीएच व संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल (Shanti Dhariwal) और राजस्थान टूरिज्म डवलपमेंट कॉरपोरेशन (RTDC) धर्मेंद्र राठौड़ (Dharmendra Rathore) पर अनुशासनहीनता के आरोप लगे थे. धारीवाल को संसदीय कार्यमंत्री होने और स्टेटमेंट जारी करने के साथ ही अपने आवास पर विधायकों की समानांतर बैठक करने और पार्टी की बैठक में शामिल नहीं होने का दबाव बनाने का आरोप था. 


राठौड़ पर आरटीडीसी चेयरमैन और पीसीसी सदस्य होने के बावजूद सारे लॉजिस्टिकल अरेंजमेंट करने और विधायकों की अन-ऑफिशियल मीटिंग की प्लानिंग करने के आरोप लगे थे. इन तीनों नेताओं ने पार्टी आलाकमान को जवाब में अपनी सफाई भेज दी थी. फिलहाल उस जवाब के बाद पार्टी ने कोई फैसला नहीं किया है.


दिव्या के पुराने बयान


6 अक्टूबर, 2022: "सख्त कार्रवाई हो ताकि यह नजीर पेश हो कि कोई किसी भी पद का व्यक्ति अनुशासनहीनता का हिस्सा बने तो उस पर कार्रवाई होगी. पूरे राजस्थान व भारत में यह संदेश जाएगा कोई इस तरीके की पार्टी विरोधी गतिविधियों का हिस्सा बन आलाकमान को ललकारे ,अनुशासनहीनता करेंगे तो उस पर गाज गिरेगी."


6 अक्टूबर, 2022: "फर्जी खबरें ना फैलाएं. कौन गिराएगा सरकार? क्या विधायकों को नहीं लड़ना है कांग्रेस सिंबल पर चुनाव ? और इस तरह की गद्दारी करने वालों को जनता पहनाएगी जूतों की माला. भारत जोड़ो यात्रा का नजारा देखो, थोड़े दिनों बाद विपक्षी विधायक भी कई जॉइन करेंगे कांग्रेस."


12 अक्टूबर, 2022: "महेश जोशी स्वयं मुख्यमंत्री निवास पर हुई विधायक दल की मीटिंग में क्यों नहीं गए? खुद विधानसभा अध्यक्ष के निवास पर इस्तीफा देने क्यों गए? मदेरणा का मानना है कि यदि वो (महेश जोशी) स्वयं मीटिंग में जाते तो अन्य विधायक भी उनसे प्रेरणा लेते क्योंकि वो पार्टी के मुख्य सचेतक हैं."


19 अक्टूबर, 2022: "हाईकमान के खिलाफ साजिश वाले लोग सबसे पहले हैं जो कांग्रेस के नए अध्यक्ष को बधाई देने दिल्ली गए हैं. संयोग से श्री खड़गे विधायक दल की बैठक में हिस्सा लेने जयपुर भेजे गए पर्यवेक्षकों में एक थे, जिन्होंने बाद में अनुशासन समिति को एक लिखित रिपोर्ट सौंपी और जिसके आधार पर नोटिस जारी हुए. समय का फेर है. खड़गे जी के लाख बुलाने पर  मिलने तक नहीं आए, विधायक दल की मीटिंग को बॉयकॉट कर समांतर मीटिंग की और यही मुख्य सचेतक और संसदीय कार्य मंत्री प्रतिनिधि बनकर आए तो खड़गे जी के सामने शर्त रखी कि जो फैसला होगा वह 19 अक्टूबर के बाद होगा व हम सिर्फ सोनिया गांधी जी से मिलेंगे."


26 अक्टूबर, 2022: "एआईसीसी दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष के पदभार ग्रहण समारोह में माननीय सोनिया गांधी जी को कृतज्ञता का वक्तव्य देने के लिए सभी महासचिव में से एकमात्र अजय माकन जी (प्रभारी राजस्थान) को चुना गया था, निश्चित रूप से कई लोगों को एक स्पष्ट लेकिन कई संकेत दिए गए हैं. आज के मंच से शांति धारीवाल जी और महेश जोशी जी को स्पष्ट संकेत हैं कि अजय माकन जी पर लगाए गए आरोप झूठे व निराधार हैं और पूरी तरह से खारिज कर दिए गए हैं."


4 नवंबर, 2022: "दो वर्ष तक दोनों पद का आनंद सुविधाएं लेते रहे, तब नहीं याद आया के काम का भार अधिक हो गया है. अनुशासनहीनता का नोटिस मिलने के बाद नैतिकता की बात याद आ रही है. इंतजार किस का है स्वयं इस्तीफा दें एक पद से. नए कांग्रेस अध्यक्ष ने भी स्वतः दिया था एक पद से इस्तीफा और सबको इससे साफ संदेश दिया."


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