Kirodi Lal Meena Latest News: राजस्थान के मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने वसुंधरा राजे और पीएम नरेंद्र मोदी के साथ अपने रिश्ते पर बात की और पुराना किस्सा भी सुनाया है. उन्होंने राजस्थान का सीएम न बनाए जाने पर कहा कि जो पार्टी का फैसला होता है, वह सर्वोपरि होता है. पद महत्वपूर्ण नहीं होता, काम महत्वपूर्ण होता है.

'एक नजर' से बातचीत में किरोड़ी लाल मीणा ने कहा, ''मेरे बीच में वसुंधरा राजे से संबंध बिगड़ गए थे तो उन्होंने मुझे पार्टी से निकाल दिया था. मैंने फिर निर्दलीय ही चुनाव लड़ा और 1.48 लाख वोटों से दौसा से चुनाव जीत गया. उस दौरान पीएम मोदी ने कई बार बुलाया. मैं गया उनका सम्मान करके आया. मैं भविष्यवाणी करके आया था कि दिल्ली इंतजार कर रही है और आप पीएम बनिए और देश को प्रगति की ओर ले जाइए.''

अब मिलना-जुलना कम होता है- किरोड़ी लाल मीणा

किरोड़ी लाल मीणा ने कहा, "पीएम मोदी के साथ मेरा परिचय पुराना है. उनके पीएम बनने पर मिलना-जुलना कम रहा है, लेकिन परिचय बहुत अच्छा है.'' बताया जाता है कि किरोड़ी लाल मीणा ने आपातकाल में पकड़े जाने पर किसी का नाम नहीं लिया तो क्या सीएम बनाते वक्त पीएम मोदी उन्हें भूल गए. इस पर किरोड़ी लाल ने कहा, ''वह नहीं भूले, 2010 में सद्भावना मिशन हुआ था तो मैं गया था. मैंने उनसे कहा था कि मुझे याद रखना भूलना नहीं. भूलना मेरे स्वभाव में नहीं है. वह भी नहीं भूले.''

नरेंद्र मोदी के गुजरात के सीएम रहते हुए किया था संपर्क- किरोड़ी लाल

उन्होंने आगे कहा, ''मिलते-जुलते रहे. यह बात जरूर है कि जब वह गुजरात के सीएम थे, तो मैंने संपर्क किया था. सीधा तो नहीं हो पाया. किसी माध्यम से कहा कि मुझे पार्टी बुला लो, टिकट दे दो. वह क्यों नहीं कर पाए पता नहीं. फिर मैं निर्दलीय ही चुनाव लड़ा.''

पद नहीं कद महत्वपूर्ण - किरोड़ी लाल

सीएम बनाने को लेकर किरोड़ी लाल के नाम की चर्चा थी लेकिन भजनलाल शर्मा को चुना गया. इस पर किरोड़ी लाल ने कहा, ''मैंने पांच साल में हर मुद्दे को उठाया, पार्टी में सामूहिक निर्णय होता है. पार्टी सोच समझकर नेतृत्व देना चाहती है. वही राजस्थान में हुआ, भजनलाल को सीएम बनाया गया. वह युवा हैं. उर्जावान हैं, काम कर रहे हैं. पार्टी का फैसला सर्वोपरि है. हम तो आरएसएस की शाखा से आए हैं. ऐसे गीत गाए हैं जहां पद की बात नहीं होती. पद महत्वपूर्ण नहीं होता. इंसान अपने काम से कद बनाता है वह महत्वपूर्ण होता है.''