Rajasthan Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव आने वाले हैं और इससे पहले कांग्रेस नेताओं का बीजेपी में जाने का दौर चल रहा है. वहीं कुछ जगह बीजेपी से भी कांग्रेस में दिग्गज शामिल हुए हैं. पार्टी बदलने के बाद साथ काम किए नेताओं पर लगातार बयानबाजी कर रहे हैं, लेकिन वागड़ में इसके अलावा भी कुछ अलग चल रहा है. यहां कांग्रेस में ही भीतरघात शुरू हो गई है.


यहां कांग्रेस पार्टी के स्थानीय दिग्गज नेता बीजेपी नेताओं पर तो आरोप लगा ही रहे हैं, लेकिन खुलकर अपने पार्टी के नेताओं पर भी वार कर रहे हैं. एक दूसरे को यह तक कह रहे हैं कि पार्टी को खत्म करने का काम किया है. जानिए किसने क्या कहा.


पूर्व सांसद ने पूर्व जिलाध्यक्ष और एआईसीसी सदस्य पर लगाए आरोप

 

बांसवाड़ा लोकसभा सीट से तीन बार कांग्रेस सांसद रहे ताराचंद भगोरा ने डूंगरपुर जिले के पूर्व जिलाध्यक्ष और एआईसीसी सदस्य दिनेश खोड़निया जिन्हें अशोक गहलोत का करीबी माना जाता है पर पार्टी तोड़ने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि दिनेश खोड़निया ने पिछले 5 साल में नेतृत्व को वागड़ में मजबूती की झूठी रिपोर्ट भेजी. यहीं नहीं विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार भी खोड़निया ने ही खड़े किया. कांग्रेस के आदिवासी नेताओं को लड़ाने का काम किया. डूंगरपुर विधायक गणेश घोघरा को भी विधानसभा चुनाव में हराने का प्रयास किया.

 

ताराचंद भगोरा के आरोपों पर खोड़निया का पलटवार

 

ताराचंद भगोरा की तरफ से लगाए गए आरोपों पर दिनेश खोड़निया ने पलटवार किया है. खोड़निया ने भगोरा पर ही पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को खत्म करने का आरोप लगा दिया. खोड़निया ने कहा कि वागड़ में भारतीय आदिवासी पार्टी को पैदा करने वाले और कांग्रेस को खत्म करने वाले ताराचंद भगोरा है.

परिवारवाद को बढ़ाया है. इनके बेटे, भतीजे सहित परिवार के अन्य सभी सदस्यों को टिकट चाहिए.

 

यह तक कहा कि डूंगरपुर जिले में बीजेपी का उप जिला प्रमुख भगोरा के वोट के कारण बना है. जो लोग बीजेपी में गए हैं, भगोरा के कहने पर ही विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से बगावत की.