राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के एक बयान से सियासी पारा चढ़ा हुआ है. दरअसल, वसुंधरा राजे जैसलमेर दौरे पर थीं. इस दौरान वह पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम के निधन के बाद उनके आवास पर परिवार को सांत्वना देने पहुंची थीं. जोधपुर में मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि हम लड़ेंगे, तो प्रॉब्लम होगी. हो सकता है थोड़ी देर लगे, परंतु इतना विश्वास खुद रखोगे तो प्रॉब्लम नहीं होगी."

उन्होंने कहा, "प्रॉब्लम हमारी है, हम विश्वास नहीं रखते. जहां हम कहते हैं कि अरे, यह तो नहीं हो सकता, तो वहीं खत्म कर दिया आपने. तो शुरू करो भैया, ईश्वर की कृपा रहेगी."

इस बयान और वसुंधरा राजे की सक्रियता के पीछे कई सवाल छिपे हैं. जानकारों का मानना है कि वसुंधरा राजे का यह बयान सियासी मायनों में अहम है. वर्तमान में वसुंधरा राजे पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं.

वसुंधरा राजे के बयान से विपक्ष हो सकता है हमलावर

वहीं, इससे पहले भी वसुंधरा राजे के कई बयान चर्चा में रहे हैं. हालांकि, अब तक खुलकर वसुंधरा राजे ने सरकार की खिलाफत नहीं की है, लेकिन राजनीति में हर बयान के पीछे एक कहानी होती है.

वहीं, फिलहाल राजस्थान विधानसभा सत्र जारी है और इस बीच वसुंधरा राजे के इस बयान से विपक्ष हमलावर हो सकता है. इससे पहले भी कई बार विपक्ष के नेताओं ने वसुंधरा राजे के बयानों को लेकर सरकार को घेरा है. इस बार भी उनके बयान ने सियासी गलियारों में नई चर्चा छेड़ दी है.

बता दें कि वसुंधरा राजे राजस्थान की दो बार मुख्यमंत्री रही हैं. हालांकि, वसुंधरा राजे को सत्ता से दूर हुए करीब होने 7 साल हो गए हैं. फिलहाल उनके एक बयान से सियासी माहौल गरमाया हुआ है.