Ashok Gehlot On Electoral Bond: देश में लोकसभा चुनाव को लेकर पूरा राजनीतिक माहौल बना हुआ है. 19 अप्रैल को लोकसभा के पहले चरण का मतदान होना है. उससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से समाचार एजेंसी एएनआई को दिए गए इंटरव्यू को लेकर सियासत गर्म हो गई है. इस इंटरव्यू में पीएम मोदी ने इलेक्टोरल बॉन्ड पर भी बात की है. इसको लेकर तमाम विपक्षी नेता पीएम मोदी और बीजेपी को घेर रहे हैं.


इसी कड़ी में राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की भी प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि जो आरोप हम लगाते हैं उनका जवाब वो (पीएम मोदी) देते नहीं हैं. वो बहाने बना रहे हैं.


‘ईडी और सीबीआई का भय पैदा करके पैसे इक्ट्ठे किए’
पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने आगे कहा कि आपने (पीएम मोदी) इलेक्टोरल बॉन्ड धमका करके, डरा करके, ईडी और सीबीआई का भय पैदा करके आपने पैसे इक्ट्ठे किए हैं जबरदस्ती. फिर जब वो ईडी, सीबीआई के केस खत्म हो गए. वो जवाब नहीं दे रहे हैं. साढ़े 8 हजार करोड़ रुपये इक्ट्ठे कर लिए उसपर अब सफाई दे रहे हैं. सफाई देने की नौबत इसलिए आई क्योंकि देश में ये एक मुद्दा बन गया. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ये बातें सामने आई हैं.


इलेक्टोरल बॉन्ड पर क्या बोले थे पीएम मोदी?
बता दें कि ANI न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू के दौरान पीएम मोदी ने विपक्ष दलों पर इलेक्टोरल बॉन्ड के नाम पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया. इसके साथ उन्होंने कहा कि आगे चलकर जब जब ईमानदारी से सोचेंगे तो सभी पछताएंगे. उन्होंने कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड का उद्देश्य चुनाव के समय काले धन को खत्म करना था. विपक्ष सिर्फ आरोप लगाकर भाग रहा है.


पीएम मोदी ने कहा था कि देश में लंबे समय से चर्चा चली रही है कि चुनाव में काले धन का खतरनाक खेल चलता है. काले धन से मुक्ति मिले इसके लिए कुछ करना चाहिए. मेरे मन में इसके लिए पवित्र विचार था. जह हम रास्ते खोज रहे थे तो एक रास्ता मिला. पहले हमने 1000 और 2000 के नोट बंद किया. ताकि काला धन खत्म किया जा सके. 


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