Rajasthan Bjp: राजस्थान में बीजेपी के प्रदेश प्रभारी अरूण सिंह (mp arun singh) ने अशोक गहलोत सरकार पर हमला बोला और कहा कि बीजेपी की परिवर्तन संकल्प यात्रा से प्रदेश का जन-जन जुड रहा है. यात्रा के दौरान दुष्कर्म पीड़ित परिवार, कर्ज से तंग किसानों सहित ऐसे लोग भी फरियाद और शिकायत लेकर आ रहे हैं, जिनके परिवार के सदस्य की हत्या हो गई और उन्हें न्याय नहीं मिला. पूर्वी राजस्थान में जहां कांग्रेस के सात मंत्री सरकार में है वहां भी परिवर्तन संकल्प यात्रा को जनता का अपार सहयोग एंव जनसमर्थन मिल रहा है. बाडी और नदबई में छोटी- छोटी स्वागत सभाओं में पांच-पांच हजार लोग एकत्रित होकर परिवर्तन के नारे लगा रहे हैं.


अभी तक चारों यात्राओं में करीब 500 स्थानों पर स्वागत अभिनंदन के साथ ही 226 के करीब स्वागत सभाएं आयोजित हुई हैं. इसके अलावा 50 बड़ी जनसभाएं आयोजित की गई हैं. 9 केंद्रीय मंत्री, बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे, नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड, उपनेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया, राष्ट्रीय सचिव अल्का गुर्जर और कौर कमेटी के सदस्य शामिल हो रहे हैं.


प्रियंका से बड़ा सवाल 


प्रदेश प्रभारी अरूण सिंह ने कहा कि परिवर्तन संकल्प यात्रा में दलित वर्गों से लोगों का अपार समर्थन मिल रहा है. जैसे बाडी, नदबई, धौलपुर, डूंगरपुर, उदयपुर, डबोक, जैसलमेर और करणपुर सहित एैसे काफी स्थान हैं जहां लोग महज स्वागत के लिए हजारों की संख्या में पहुंच रहे हैं. जनता मौजूदा अशोक गहलोत सरकार से पूरी तरह त्रस्त हैं. प्रदेश में बीते दिनों में 14 संतों की हत्या हो गई वहीं कई संतो ने प्रशासन से तंग आकर आत्महत्या कर ली.


कांग्रेस की नेता प्रियंका गांधी राजस्थान आ रही हैं, और वे वहीं जाती हैं जहां बीजेपी सरकार नहीं होती. मैं उनसे आग्रह करना चाहता हूं कि बीते कुछ दिनों में प्रदेश में 31 मासूमों के साथ दुष्कर्म और हत्या के वीभत्स अपराध हुए हैं.  प्रियंका गांधी को उनके घर जाकर उन परिवारों को सांत्वना देनी चाहिए उनका हाल जानना चाहिए.  प्रदेश के मुख्यमंत्री गहलोत जो कि खुद गृहमंत्री हैं, उन्होने कभी भी विधानसभा में कानून व्यवस्था को लेकर एक शब्द तक नहीं बोला. 


खड़गे पर भी हमला 
 
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खडगे राजस्थान आते हैं, लेकिन डीडवाना के उस दलित परिवार की पीड़ा में शामिल नहीं हुए, जिनकी कुचल-कुचल कर हत्या कर दी गई है. भीलवाडा भी नहीं गए जहां एक नाबालिग को दुष्कर्म के बाद भट्टी में डाल दिया. राहुल गांधी भी बांसवाडा आए लेकिन किसी दुष्कर्म पीड़ित परिवार से मिलने नहीं गए. उन्होंने कहा कि खुद सरकार के मंत्री सरकार के खिलाफ बिजली की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं. मुख्यमंत्री खुद टॉर्च की रोशनी में दस्तावेज पढ रहे हैं. वहीं एक मंत्री कहता है कि सीएम को काले झंडे दिखाओ तो मेवाराम जैन खुदकी सरकार के विरोध में उतर आए हैं.


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