Rajasthan Elections 2023 Result: राजस्थान में मुख्यमंत्री पद की कमान कौन सभांलेगा, इसे लेकर लगातार मंथन जारी है. तीन दिसंबर को नतीजे घोषित होने के बाद जयपुर सहित देश की राजधानी दिल्ली में बैठकों का दौर जारी है. इस बीच गुरुवार को बीजेपी के कुछ नवनिर्वाचित विधायकों को एक होटल में ठहराए जाने का मामला सामने आया है. प्रदेश में चर्चा है कि एक बड़े बीजेपी नेता के इशारे पर सीएम रेस में गोलबंदी के लिए यह किया गया. इस बीच बारां जिला की किशनगंज विधानसभा सीट से चुनाव जीतने वाले बीजेपी विधायक ललित मीणा के पिता हेमराज मीणा ने बाड़ेबंदी का आरोप पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह पर लगाया है. 


वहीं अब इस मामले को लेकर उस समय रिसॉर्ट में रहे बीजेपी के दूसरे विधायक कंवर लाल मीणा का बयान सामने आया है. दरअसल, कंवर लाल मीणा ने इन आरोपों का खंडन किया है. मीणा ने कहा कि उन पर और दुष्यंत सिंह पर लगे आरोप बेबुनियाद हैं. कंवर लाल मीणा ने कहा कि, हम सब झालावाड़-बारां लोकसभा क्षेत्र के विधायक हैं, जो जीतने के बाद विधायक ललित मीणा के साथ आरएसएस और बीजेपी ऑफिस बारां गए थे. सुबह 6 बजे अपने घरों से हमलोग आपसी सहमति से अपनी गाड़ियों से जयपुर आए और एक होटल में रुके. बाड़ेबंदी जैसी बात कहना सरासर गलत है.


हेमराज मीणा के आरोपों को निराधार बताया
किशनगंज विधायक ललित मीणा के पिता हेमराज मीणा के आरोपों पर कंवर लाल मीणा ने कहा कि, उस रात करीब ढाई बजे 30-35 लोग होटल आए और विधायक ललित मीणा को अपने साथ ले जाने लगे. परिचित नहीं होने के कारण हमने उनके साथ ललित को नहीं भेजा. वहीं बाद में जब उनके पिता आए तो हमने ललित को तुरंत भेज दिया. बता दें कि, राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के पांच विधायकों के मंगलवार को जयपुर के एक रिसॉर्ट में एक साथ ठहरने से गोलबंदी की अटकलें लगाई जा रही हैं. हालांकि, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने इस तरह की किसी भी संभावना को खारिज किया है.


सीपी जोशी ने क्या कहा?
जानकारी के अनुसार, कोटा संभाग के पांच बीजेपी विधायक मंगलवार रात सीकर रोड स्थित एक रिसॉर्ट में ठहरे, लेकिन इन विधायकों में शामिल ललित मीणा को संदेह हुआ कि यह विधायकों की गोलबंदी जैसा है. वहीं इसके बाद विधायक ललित मीणा के पिता ने दावा किया कि उनके बेटे और किशनगंज (बारां जिला) के नवनिर्वाचित विधायक को अन्य चार लोगों ने वहां कैद कर रखा है. उनके पिता द्वारा जयपुर स्थित पार्टी कार्यालय को सूचित करने के बाद बुधवार सुबह मीणा को वहां लाया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक कंवर लाल मीणा ने उन्हें यह कहकर रिसॉर्ट में रुकने के लिये मजबूर किया कि यह दुष्यंत सिंह का निर्देश है.


हेमराज मीणा ने लगाए ये अरोप
वहीं हेमराज मीणा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि, जब मेरे विधायक बेटे ने फोन पर मुझसे बात की तो मैंने तुरंत उससे मिली जानकारी से पार्टी नेताओं को अवगत कराया. हम रिसॉर्ट में गए जहां कंवर लाल मीणा से विवाद हो गया, लेकिन हम ललित को पार्टी कार्यालय ले आए. जब उनसे पूछा गया कि विधायक किसके निर्देश पर वहां ठहरे हुए हैं तो उन्होंने कहा कि, कंवर लाल मीणा ने दुष्यंत सिंह का निर्देश मिलने का हवाला देकर मेरे बेटे को वहां रहने के लिए कहा था. उन्होंने कहा कि इस बारे में कंवर लाल मीणा ही बता सकते हैं कि विधायक किसके निर्देश पर वहां ठहरे हैं.


'दुष्यंत सिंह पर आरोप लगाना एक साजिश'
इसके बाद देर शाम कंवर लाल ने बयान जारी कर कहा कि, यह आरोप निराधार है. उन्होंने कहा कि, विधायक ललित मीणा के पिता हेमराज मीणा द्वारा लगाया गया आरोप पूरी तरह से गलत है. उन्होंने पूछा कि क्या किसी विधायक को उसकी मर्जी के बिना जबरन ले जाया जा सकता है, यह असंभव है. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि, झालावाड़-बारां तो दुष्यंत सिंह का खुद का लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र है, ऐसे में विधायकों की बाड़ेबंद कौन करेगा. कंवर लाल मीणा ने आगे कहा कि, सांसद दुष्यंत सिंह उस दिन लोकसभा में थे और उनकी उपस्थिति लोकसभा में देखी जा सकती है, तब से वह दिल्ली में ही हैं. मोबाइल पर उनकी लोकेशन भी देखी जा सकती है. इस अवधि में मेरी सांसद से कोई बात नहीं हुई. उन्होंने कहा कि विधायक को रात में ढाई बजे आकर ले जाना और दुष्यंत सिंह पर आरोप लगाना एक साजिश है.