Rajasthan Election Result 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव किए जा रहे जीत के दावों, कयासों और अटकलों को गलत साबित करते हुए बीजेपी ने प्रचंड बहुमत से जीत हासिल कर, प्रदेश की सत्ता में जोरदार वापसी की है. प्रदेश के कई क्षेत्रों में कांग्रेस दायरा सिमटता नजर आया. राजस्थान की मेवाड़ -वागड़ की 28 विधानसभा सीटों पर हार-जीते के आंकड़ों के मुताबिक, कांग्रेस यहां सिर्फ 7 सीटों पर सिमट कर रह गई है. मेवाड़ वागड़ (उदयपुर संभाग) के 6 जिलों में से एक मात्र ऐसा जिला है, जहां दो विधायक अशोक गहलोत सरकार में मंत्री रहे और यहां से कांग्रेस को बड़ी कामयाबी मिली है. 


प्रदेश में हार के बावजूद उदयपुर संभाग कांग्रेस की बड़ी जीत पर, पार्टी में इन दोनों मंत्रियों का कद बढ़ गया है. यहां से कांग्रेस के कई दिग्गजों को हार का सामना करना पड़ा है. राजस्थान के विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को नाथद्वारा विधानसभा सीट से हार का सामना करना पड़ा. उदयपुर जिले से सीडब्ल्यूसी सदस्य रहे रघुवीर सिंह मीणा को सलूंबर विधानसभा सीट से हार का का सामना करना पड़ा है. इन बड़े नेताओं की हार कांग्रेस की प्रदेश में बड़ी हार के लिए जिम्मेदार वजहों में से एक हैं.


बांसवाड़ा जिले की 5 में से 4 पर कांग्रेस जीती
पूरे राजस्थान में भले ही कांग्रेस का प्रदर्शन खराब रहा हो, लेकिन बांसवाड़ा जिले में कांग्रेस ने शानदार प्रदर्शन किया है. बांसवाड़ा जिले में 5 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें से 4 सीटों पर बांसवाड़ा, बागीदोरा, घाटोल और कुशलगढ़ में जीत हासिल की. वहीं बीजेपी ने जिले की एकमात्र जीत गढ़ी विधानसभा सीट पर हासिल की है. वागड़ के आदिवासी वोट को साधने के लिए कार्यवाहक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसी एक जिले से दो विधायकों को मंत्री नियुक्त किया था. 


इसमें बांसवाड़ा के बागीदोरा सीट महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने दोबारा जीत हासिल की. महेंद्रजीत सिंह मालवीय, प्रदेश की कांग्रेस सरकार में जल संसाधन मंत्री रहे. अर्जुन बामनिया ने भी दोबारा बांसवाड़ा विधानसभा सीट से जीत हासिल की है. वह भी प्रदेश सरकार में टीएडीए मंत्री रहे. प्रदेश सरकार में जिले के दो मंत्री होने से यहां कांग्रेस को फायदा हुआ और उसे 4 सीटों पर जीत हासिल की है. संभाग में कई कांग्रेसी दिग्गजों को हार का सामना करना पड़ा और यही दो जीते हैं, जिससे इन दोनों नेताओं का पार्टी में कद बढ़ा है. 


बागीदोरा से चौथी बार जीते महेंद्र सिंह मालवीय
दोनों पूर्व मंत्रियों में महेंद्रजीत सिंह मावलिया को हाल ही में सीडब्ल्यूसी सदस्य बनाया गया था, इसके अलावा उन्हें स्क्रीनिंग कमेटी का सदस्य भी बनाया गया था. विधानसभा चुनाव के दौरान उन्हें स्टार प्रचारक भी बनाया गया था. चुनावी संग्राम के दौरान अंतिम समय में किसी बड़े कांग्रेसी नेता की सभा भी नहीं हुई. महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने खुद 5 विधानसभा में सभाएं कर प्रचार-प्रसार किया. महेंद्रजीत सिंह मालवीय अन्य सीटों पर प्रचार-प्रसार करने में व्यस्त रहने के बावजूद बागीदोरा विधानसभा सीटे से जीत हासिल करने में कामयाब रहे. वह बागीदोरा से लगातार चौथी बार विधानसभा चुनाव जीते हैं.


ये भी पढ़ें: 


Rajasthan Election Result 2023: राजस्थान की इस विधानसभा सीट पर साली ने जीजा को दी पटखनी, इतनें वोटों से दी मात