Jaipur News: राजस्थान सहित पूरे देश में अप्रैल- मई में लोकसभा के चुनाव संभावित हैं. इसको लेकर विभिन्न दलों ने अपने-अपने स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है, आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. वहीं सियासी दलों सहित निर्वाचन आयोग ने भी जोरशोर से तैयारी शुरू कर दी है.


राजस्थान के मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने कहा है कि प्रदेश में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की प्रथम स्तरीय जांच (एफएलसी) का कार्य संपन्न हो गया है. उन्होंने कहा कि निष्पक्ष, स्वतंत्र और पारदर्शी चुनाव के लिए ईवीएम की प्रथम स्तरीय जांच जरूरी है.


राजस्थान के मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर लोकसभा आम चुनाव के लिए ईवीएम और वीवीपैट मशीनों की प्रथम स्तरीय जांच 27 जनवरी से शुरू किया गया था. प्रदेश के सभी जिलों में ईवीएम और वीवीपैट मशीनों की जांच का काम भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड (बेंगलुरु) के इंजीनियरों को सौंपा गया था. उन्होंने बताया कि मशीनों की प्रथम स्तरीय जांच का कार्य 17 फरवरी तक पूरा कर लिया गया. उनके अनुसार यह कार्य मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और राज्य के राजनीतिक दलों की मौजूदगी में किया गया.


एक सरकारी बयान के अनुसार ईवीएम से तात्पर्य बैलेट यूनिट (बीयू), कंट्रोल यूनिट (सीयू) और वीवीपैट से है. इस दौरान राजस्थान के सभी जिलों में 276 इंजीनियरों के जरिये लगभग 91408 बीयू, 73651 सीयू और 74080 वीवीपैट मशीनों की प्रथम स्तरीय जांच करवाई गई.


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