Rajasthan Election 2023: राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी की शनिवार को जारी हुई सूची में विरोध का सामना करना पड़ रहा है. मेवाड़ के प्रमुख उदयपुर, राजसमंद और चित्तौड़गढ़, तीनों जिलों में विरोध तेज है. लेकिन मेवाड़ की राजधानी रहीं चित्तौड़गढ़ बीजेपी के लिए ज्यादा परेशानी खड़ी हो रही है. बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी के गढ़ चित्तौड़गढ़ विधानसभा सीट से टिकट कटने के बाद बीजेपी विधायक के समर्थन में सैकड़ों कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए हैं और विरोध कर रहे हैं. बीजेपी ने यहां से दो बार से लगातार विधायक चंद्रभान सिंह आक्या के टिकट कटने के बाद बगावत की ताल ठोक दी है. पार्टी को अल्टीमेटम दिया है, कहा विचार बदलो नहीं तो 2 नवंबर को नामांकन भरूंगा. इसका सीधा अर्थ निर्दलीय चुनाव लडेंगे. जानिए क्या है हालात.
कार्यकर्ताओं के साथ की सभा और दी चेतावनी
दरअसल बीजेपी की जारी हुई दूसरी सूची में चंद्रभान सिंह आक्या का टिकट काटकर नरपत सिंह राजवी को टिकट दिया गया. मेवाड़ में दूसरा सबसे बड़ा चौकाने वाला फैसला था. ऐसे में टिकट कटते ही विरोध शुरू हो गया. इसके बाद लगातार विरोध चल रहा है. यहां तक कि सैकड़ों कार्यकर्ता एकत्र हुए और चंद्रभान सिंह ने बैठक की. बैठक में उन्होंने कहा कि 10 साल से लगातार तैयारी कर रहा हूं. इस बार और ज्यादा अंतर से बीजेपी की जीत होती लेकिन पार्टी के फैसले से मेहनत बेकार गई. उन्होंने कार्यकर्ताओं को कहा कि अभी कई उतर चढ़ाव आएंगे. प्रलोभन भिंडिए जाएंगे लेकिन लेकिन दबाव में मत आना.
आक्या ने कहा 2 नवंबर का मुहूर्त शुभ है
चंद्रभान सिंह आक्या है कार्यकर्ताओं को कहा कि पार्टी ने निर्णय बदला तो ठीक नहीं तो कार्यकर्ता और क्षेत्र की भावना को देखते हुए चुनाव तो लडूंगा. कहा कि 2 नवंबर को शुभ मुहूर्त हैं. इस भी अधिक संख्या में कार्यकर्ताओं के साथ नामांकन भरूंगा. दरअसल कार्यकर्ताओं के निशाने पर प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी है. बैनर पर भी पीएम नरेंद्र मोदी और कमल का फोटो लगाया. दरअसल नरपत सिंह राजवी भी यहां से विधायक रह चुके हैं जिन्हे अभी टिकट दिया गया है.