कांग्रेस ने दूसरी सूची भी जारी कर दी लेकिन इसमें भी कोटा और झालावाड़ से एक भी नाम नहीं है. जबकी अशोक गहलोत के सबसे करीब शांति धारीवाल को भी दूसरी सूची से दूर रखा गया है. आला कमान की नाराजगी और सचिन पायलट व अशोक गहलोत खेमों को साधने का भी प्रयास किया जा रहा है. कोटा उत्तर में शांति धारीवाल के नाम पर तो आला कमान नाराज बताया जा रहा है, लेकिन विकल्प भी नहीं है.
बारां और बूंदी में एक-एक प्रत्याशी कोटा संभाग की 17 विधानसभा में कांग्रेस केवल दो ही मंत्रियों पर विश्वास जता पाई है. पहली लिस्ट में हिंडौली से मंत्री अशोक चांदना और दूसरी लिस्ट में भी केवल एक नाम गोपालन एवं खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया को टिकट दिया गया है. प्रमोद जैन भाया के करीबी पानाचंद मेघवाल और किशनगंज विधानसभा सीट से निर्मला सहरिया का नाम भी नहीं आने से बारां में भी राजनैतिक हलचल तेज हो गई है.
तीन बार से लाडपुरा से मुस्लिम प्रत्याशी, मुस्लिम संख्या कोटा उत्तर में अधिककोटा जिले में कांग्रेस पिछले तीन बार से लगातार एक ही परिवार को टिकट दे रही है. कांग्रेस यहां से दो बार नईमुद्दीन गुड्डू और एक बार उनकी पत्नी को टिकट दे चुकी है और तीनों बार यहां कांग्रेस हारी है, जबकि जातिगत समीकरण की बात करें तो कोटा उत्तर में सबसे अधिक मुस्लिम वोट हैं और यहां से यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल चुनाव लड़ते हैं. वह यहां दो बार जीते और एक बार उन्हें भी हार का सामना करना पड़ा है. कांग्रेस इस बार लाडपुरा से प्रत्याशी बदलेगी ऐसी अटकले लगाई जा रही है. वहीं कोटा दक्षिण, रामगंजमंडी, लाडपुरा और झालावाड की सभी चार सीटे बीजेपी के पास होने से यहां भी कांग्रेस को परेशानी आ रही है.
सांगोद में भरत सिंह चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा कर चुके हैंकोटा की सांगोद विधानसभा में भी कांग्रेस को परेशानी आएगी, यहां कांग्रेस के वर्तमान विधायक व पूर्व मंत्री भरत सिंह चुनाव नहीं लडने की घोषणा कर चुके हैं. वहीं लाडपुरा में उम्मीदवारों की लम्बी लिस्ट है, कुछ तो अशोक गहलोत खेमे के हैं तो कुछ सचिन पायलट खेमे के हैं, ऐसे में यहां टिकट घोषित होने के साथ ही विवाद की संभावना भी प्रबल है. लाडपुरा से शिवराज गुंजल, पूनम गोयल, मनोज दुबे, कुंदन चीता, मोइजुद्दीन गुड्डू के नाम चर्चा का विषय बने हुए हैं, लेकिन टिकट किसको मिलेगा यह कांग्रेस के लिए बडी चुनौती है. पीपल्दा विधानसभा में कांगे्रस विधायक है, लेकिन उनका भी विरोध है, ऐसे में कांग्रेस को कोटा संभाग में टिकट वितरण को लेकर गहन मंथन करना होगा.
Rajasthan Politics: लोकेश शर्मा को नहीं पता था सचिन पायलट का घर? एड्रेस पूछते हुए पहुंचें