Congress Protest in Rajasthan Assembly: राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है. इस बीच भारी हंगामा भी जारी है. कांग्रेस के विधायकों का धरना आज चौथे दिन भी लगातार जारी है. शनिवार को सरकार के दो मंत्री कांग्रेस विधायकों से बातचीत के लिए गए थे, लेकिन बात नहीं बनी. कांग्रेसी विधायकों का आरोप है कि सत्ता पक्ष विपक्ष को दबा रहा है और सरकार सदन चलाने की इच्छुक नहीं है.
दरअसल राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही आज यानी सोमवार को कांग्रेस विधायकों के हंगामे के बीच शुरू होने के 13 मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. विपक्षी कांग्रेस विधायक शुक्रवार शाम से ही पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर एक मंत्री की टिप्पणी के खिलाफ विधानसभा में धरना दे रहे हैं और पार्टी के छह विधायकों का निलंबन वापस लेने की मांग कर रहे हैं.
जयपुर में विरोध प्रदर्शन जारीपूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर टिप्पणी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा समेत 6 विधायकों के निलंबन के खिलाफ कांग्रेस समर्थकों ने हंगामा कर दिया है. प्रदर्शनकारी जयपुर स्थित राजस्थान विधानसभा के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शनकारियों को उग्र होता देख उन्हें रोकने के लिए पुलिस ने बैरिकेडिंग लगा दी है. कांग्रेस समर्थकों ने हाथ में 'भाजपा के मंत्री माफी मांगो' के पोस्टर्स ले कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच कांग्रेस कार्यकर्ता पुलिस से भी भिड़ गए हैं
क्या है पूरा मामला?बता दें कामकाजी महिलाओं के लिए छात्रावास संबंधी प्रश्न का उत्तर देते समय मंत्री अविनाश गहलोत ने जो बयान दिया, उस पर हंगामा हुआ. उन्होंने विपक्ष की ओर इशारा करते हुए कहा था, "2023-24 के बजट में भी आपने हर बार की तरह अपनी 'दादी' इंदिरा गांधी के नाम पर इस योजना का नाम रखा था." मंत्री के बयान के बाद सदन में कांग्रेस विधायकों ने माफी की मांग करते हुए जमकर हंगामा किया. जिसके चलते तीन बार सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी थी. इस दौरान पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा समेत छह विधायकों को निलंबित कर दिया गया था.
ये भी पढ़ें - इंदिरा गांधी पर दिए बयान पर अब मंत्री अविनाश गहलोत ने दी सफाई, बोले- 'हमारे यहां बुजुर्गों को दादा-दादी कहते हैं'