Rajasthan News: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने बीजेपी विधायक बालमुकुंद आचार्य के लाउडस्पीकर वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्हें नमूना करार दे दिया. डोटासरा ने कहा कि ये हमारा दुर्भाग्य है कि ऐसे नमूने विधानसभा में आ गए. उनको जनता ने अपनी समस्याओं के समाधान के लिए चुना है न कि हिंदू मुस्लिम करने के लिए, नफरत फैलाने, नौटंकी करने, महिलाओं के कार्ड चेक करने और गनमेन से केले मंगाकर खाने के लिए चुना है.

डोटासरा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि राजस्थान विधानसभा में 200 जनप्रतिनिधि हैं और वे उनमें से एक हैं. उनको चाहिए कि किस तरह उनके क्षेत्र का विकास हो, युवाओं को रोजगार मिले और भाईचारा कायम रहे वह तो नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं.

बालमुकुंद को दें सुरक्षा या कराएं इलाज- गोविंद डोटासरा

उन्होंने बालमुकुंद आचार्य के लिए सुरक्षा की मांग करते हुए कहा, ''मालिक करें कि वह सुरक्षित रहें लेकिन उनकी सुरक्षा बढ़ा देनी चाहिए. जो हरकतें वह कर रहे हैं किसका दिमाग फिर जाए. डीजीपी, सीएम और गृह मंत्री से अपील है कि उनकी सुरक्षा बढ़ा दें या फिर उनका डॉक्टर से इलाज कराइए.''

बालमुकुंद ने डीजीपी को चिट्टी लिख की थी यह शिकायत

बालमुकुंद आचार्य ने रविवार को डीजीपी से शिकायत की थी कि मस्जिदों में पांच वक्त की अजान लाउडस्पीकर पर प्रसारित होने से क्षेत्र के लोगों को परेशानी हो रही है. बालमुकुंद आचार्य ने कहा था कि लाउडस्पीकर से ना केवल लोगों की शांति भंग होती है बल्कि उन्हें मानसिक और शारीरिक परेशानी भी हो रही है. उन्होंने डीजीपी के नाम चिट्ठी में लिखा था कि लाउडस्पीकर की आवाज इतनी तेज है कि लोग वहां से पलायन करने को मजबूर हो रहे हैं.

उधर, वक्फ बोर्ड संशोधन बिल को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन पर भी बालमुकुंद आचार्य ने अपनी राय जाहिर की थी. उन्होंने कहा कि वह इस विधेयक का समर्थन करते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि  कुछ लोग वक्फ बोर्ड के नाम पर जमीनों पर कब्जा कर रहे हैं और सोसायटी के लोग प्लॉट आपस में बांट रहे हैं.